सौदागर
सौदागर
मित्रों की टोली में चाय पर चर्चा करते हुए एक उत्साही मित्र बोला, "यारो! मैंने एक नया कारोबार शुरू किया है।"
मित्रों की लालची निगाहें उसके चेहरे पर जा टिकी। सभी एक स्वर में बोले, "अरे भई! हम सब आजकल खाली हैं। हमें भी कुछ बताओ, क्या कारोबार शुरू कर लिया तुमने?"
उसने मुस्कान बिखेरते हुए कहा, "सपने बेचने का।"