STORYMIRROR

Bhavna Thaker

Drama

3  

Bhavna Thaker

Drama

रिश्ते के नाम पर

रिश्ते के नाम पर

2 mins
367

विशाल दो साल की रिलेशनशिप तोड़ कर एक महीने पहले लंदन चला गया, क्या पता था मुझे की विशाल के जाने बाद मुझे ये पता चलेगा की मैं विशाल के बच्चे की माँ बनने वाली हूँ, मैं दिन भर विशाल को फोन लगाती रही पता नहीं उठा ही नहीं रहा था।

रात को मैंने वापस विशाल को फोन लगाया विशाल ने तुरंत फोन उठाया मैं सीधा विशाल को ये बात बताना नही चाहती थी पहले उसके विचार जानने थे की बिन ब्याहे एक बच्चे का बाप बनने में उसके विचार क्या थे, अगर सच में उसका प्यार सच्चा होगा तो खुशी से उछल पड़ेगा अगर वो मेरे बच्चे को गिराने के लिए बोलेगा तो फिर मुझे कुछ सोचना पड़ेगा, तो थोड़ी औपचारिक बातों के बाद मैंने विशाल से पूछा विशाल सोचो अगर तुम पापा बनोगे तब कैसा महसूस करोगे? 

विशाल ने कहा व्हाट ये क्या सवाल हुआ वेल ये फीलिंग में शब्दों में बयाँ नहीं कर पाऊँगा मेमसाब जब सच में हम मम्मी पापा बनने वाले होंगे तब देखना पूरी दुनिया को चिल्ला चिल्ला कर बताऊँगा पर आज मेरी जान को ये सवाल करने का कैसे सुझा। 

मेरे दिलो दिमाग में असंख्य सवालों ने धमासान मचा रखा था क्या रिएक्शन होंगे विशाल के ये खबर सुनकर पर बताना तो पड़ेगा मैंने हिम्मत करके कहा विशाल अगर तुम बिन ब्याहे ही पापा बन गए तो कैसा फील करोगे ?

विशाल की और से चंद लम्हों की चुप्पी छा गई तो मेरी आँखों से आँसू बहने लगे क्या सोच रहा होगा विशाल लिव इन में रहने का फैसला भी उसका था शादी से पहले जिस्मानी रिश्ता बनाने पर मेरे मना करने पर मुँह फूला कर रूठ जाना सब नाटक तो नहीं था।

मेरा दिल धड़क रहा था कहीं मुकर तो नहीं जाएगा विशाल, विशाल ने कहा सच बताओ गायत्री बात क्या है? 

मैंने झट से बात पकड़ ली और कहा जी हाँ विशाल मेरी कोख में हमारे प्यार की निशानी पल रही है , विशाल गुस्से से तिलमिला कर बोला व्हाट हाउ इस दीस पॉसिबल जस्ट वन टाइम।

माय गोड गायत्री तुम्हें ये बच्चा गिराना होगा मैं इस वक्त कोई जिम्मेदारी उठाने के लिए तैयार नहीं, और विशाल ने फोन काट दिया मेरे बार-बार फोन करने पर भी उठाया नहीं आज पता चला आज कल के लड़कों के लिए प्यार कोई मायने नहीं रखता बस मौज मजे और फ्री रिलेशन के नाम पर अपना उल्लू सीधा करने के लिए लिव इन रिलेशनशिप को ज़रिया बना लेते हैं।

मैं ठगी गई विशाल के नकली प्यार की जाल में फंस कर दोराहे पर खड़ी हूँ अकेली अपने टूटे हुए वजूद के साथ।


Rate this content
Log in

Similar hindi story from Drama