Pratibha Jain

Inspirational

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Pratibha Jain

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रीना की शादी

रीना की शादी

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आज रीना की शादी थी। सुबह से घर में सब लोग यही बोल रहे थे, आज से ये घर तेरा नहीं है। तुम पराई हो, अब वो तुम्हरा घर है उस घर को भी इतना प्यार देना? सम्मान देना?इज्जत देना। रीना की सुबह विदाई हुई ससुराल गयी, वहाँ पर जा कर खाना बनाया दाल ज्यादा गर्म थी इसलिए उठाने में गिर गयी सब लोग रीना से चिल्लाने लगे जब अपने तरफ से कुछ बोलना चाहा तो यही सुनने को मिला ये घर तुम्हरा नहीं है। तुम कुछ नहीं बोलोगी हमारे घर में तुम अपनी राह मत दो।जब यही बात उसने अपनी माँ को बताया कि मैं नहीं रह सकती हूँ इस घर में छोटी सी गलती पर सब एक हो जाते है माँ हमे पराया समझते है माँ हमे घर आना हैं अब हम इस घर में औऱ नहीं रह सकते हैं तब माँ ने एक बात बोली है बेटा सबके साथ यही होता है नया घर नया परिवार है हम इसी टाइम तुम्हे बोला ले, पर ऐसा नही करेंगे क्योंकि तुम दिल से आज भी इस घर में हो अब मन से उस घर में रहो।माँ के मना करने पर रीना एक दम टूट जाती है।

एक बार सोचती है, चलो अपने पतिदेव से बात करते है?वो साथ देगें?रात को सारे काम जल्दी से ख़त्म करके अपने कमरे में आती है। रीना का पति रीना के लिये नई साड़ी ले कर आता है।रीना साड़ी देख एक दम खुश हो जाती है धीरे से अपने पति से पूछती है।ये साड़ी आप हमारे लिये लाये हो उसका पति एक दम गुस्सा में हा तेरे लिये ही लाया हूं क्या ज़रूरत है तुम्हें छोटी-छोटी बात अपने घर पर करने की क्या तेरे पापा दाल के पैसे देने आ रहे या तेरा भाई ये जो तेरा मोबाइल है न इसे दुर रखा करो मोबाइल पर नज़र न होती तो आज तेरे ये हाथ न जलते न ही दाल गिरती ओर न इतना तमाशा। होता आज सब कितने खुश थे?तुमने...छोड़ो जाने दो तुमसे क्या बात करना पहले दिन ही तुम्हारे ये हाल है। आगे क्या होंगे?रीना रोती रहती है चुप-चाप और सोचती है?सबको कैसे बताऊ सिर्फ़ दाल ही तो गिरी थी औऱ घर पर गिरती तो मम्मी ने इतना कभी नहीं गुस्सा किया पापा ने कोलगेट हाथों पर लगाया?रीना उठती है और सोचती है हमें तो पापा ने सबसे लड़ना सिखाया है। आज हम अपनी इज़्ज़त इस घर में नहीं खो सकते है। हम कुछ कर के दिखायेंगे और इस घर बालो को बताएंगे कि रीना किसका नाम था।तभी उसको अपनी ऑफिस फ्रेंड को कॉल किया और बोला हमें जॉब चाहिए अभी के अभी कोई वेकैंसी खाली है क्या?रीना की फ्रिण्ड बोलती है वेकैंसी की क्या ज़रूरत पेड़ गयी अभी तुझें कुछ दिन पहले तो तेरी शादी हुई है? अरे अभी पतिदेव के साथ मज़े करो अभी मौका है फिर बार बार थोड़ी ये दिन मिलना है। रीना बोलती है तू मेरी माँ मत बन जितना बोला उतना बता। हे जॉब या नहीं साफ़ साफ़ बोल?रीना की फ्रिण्ड बोलती है तू अभी से आ जा कल ही निधि गई है जॉब छोड़ कर। रीना घबरा कर बोलती है निधि ने जॉब क्यों छोड़ दी हम सब जानते है उसको कितना?तभी रीना बोलती है ठीक है कल से हम ऑफिस आ रहे है। तुम मेरा एक काम करो तलाक के पेपर बनवा दो और आधी जायजाद का हिस्सा देने की बात लिखवा दो।रीना की फ्रिण्ड पूछती है क्या हुया जान तू ठीक तो है ये लोग तुम्हें मार रहे है क्या?तू डर नहीं मैं अभी सोहन को साथ ले कर आती हूँ। रीना बोलती है ऐसा कुछ नहीं है। मैं एक दम ठीक हूँ और पेपर मेरे पतिदेव के उठने के पहले मेरे घर आ जाये बोल देना सोहन को?दूसरे दिन सुबह 5 बजे सोहन रीना को तलाक के पेपर दे जाता है। रीना अपना जल्दी काम कर 9 बजे तैयार हो जाती है और अपने पति से बोलती है हमें भी ऑफिस छोड़ दो रीना का पति बोलता है दिमाग़ तो ठीक है। तू जायेगी ऑफिस तेरे से घर के काम तो होते नहीं और मैडम बाहर का काम देखेंगी? रीना पेपर देती हुई बोलती है। चुपचाप ऑफिस ले चलो या आधी प्रोपर्टी हमें देदो।रीना का पति जल्दी में था इसलिये कुछ नहीं बोला और ले गया। ऑफिस में जा कर रीना के पति को पता चलता है ये मेरी ही मैनेजर है। रीना ने ऑफिस का काम इतना अच्छा किया आज पूरी ऑफिस और शहर में सिर्फ़ रीना का ही नाम है।जब रीना को सम्मानित किया गया तो रीना के पीहर वाले और ससुराल वालों क़ी आँखें नम थी। आज रीना किसी पहचान की मोहताज नहीं थी।


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