फर्जी दिल
फर्जी दिल
छवि.."सुन रीता, आज अवि का मैसेज आया था मेरे पास"
रीता--"क्या बात कर रही है ?एक मिनट..एक मिनट। ये अविनाश से अवि कब हो गया ?
छवि--अरे यार तू छेड़ क्यो रही है ?
रीता--चल चल आगे बता फिर..फिर क्या हुआ ?
छवि--बोला,कॉलेज के बाद कौन से कैफ़े में जाती हो में पार्टटाइम
रीता--अबे साथ मे पढ़ रही है,किसी बहाने बोल दे दिल की बात
छवि--तू भी साथ है,मेरी मदद नही कर सकती
रीता--बेटा मैं वहाँ पढ़ने के लिए जाती हूं क्यूपीड़ बनने नही
छवि--उसे देख कर मेरे तो हाथ पैर कांप जाते हैं,घबराहट होने लगती है
रीता--इतना डरावना तो नही है
छवि--समझ ना, मेरा दिमाग एकदम जाम हो जाता है
रीता--समझ सकती हूं,बहन समझ सकती हूं
छवि--कुछ नही समझ सकती,प्यार होगा तब पता चलेगा तुझे
रीता--हम्म ये भी है,हम क्या जाने प्यार व्यार
छवि--हाय झूठी,मुझे सब पता है तेरे मन मे रवि को लेके जो फ़िल्म चल रही है
रीता--हा हा हा
छवि--हँस मत पिट जाएगी मुझसे
छवि--चल कल मिलते है कॉलेज में
रीता--हम से कौन मिलने आता है।
छवि--चल बाय।
कॉलेज में 5 दोस्तो का एक ग्रुप है है...छवि,रीता,रवि,अविनाश और कल्पना।
कल्पना को छोड़कर बाकी सबने लगभग साथ कॉलेज जॉइन किया है..कल्पना सीनियर है और रैगिंग के समय से उसकी अपने जूनियर से अच्छी पटने लगी थी
रवि और अविनाश एक ही स्कूल से है और दोस्त है,छवि और रीता दूसरे स्कूल से है और बचपन की सहेलियां है।
कॉलेज में सुबह सब मिलते है,छवि को आज प्रैक्टिकल रूम में जाना है और रीता को कंप्यूटर रूम में काम है।
रीता--यार यहाँ रूम में बड़ी गन्दी स्मेल आ रही है।
छवि--,कल मुझे भी आई थी।
रीता--तेरे साथ कौन है ?
छवि--अविनाश, वही प्रैक्टिकल कर रहा है, मैं कर चुकी।
रीता--ओहहो, मज़े आ गए आज तो।
छवि--.......
रीता--कोई प्लान ?
छवि--बताया ना दिमाग जाम हो जाता है।
रीता--आज मेरी बैंड बजेगी,कल्पना छुट्टी पर है।
छवि--आज उसका मंगेतर आ रहा है।
रीता--तुझे कैसे पता ?
छवि--बताया था एक बार उसने।
रीता--चल छोड़ तू अपनी लव लाइफ देख।
छवि--हम्म हम दोनों कैंटीन जा रहे है,समोसे खाने।
रीता--समोसे के साथ काम की बात मत खा जाना।
अगले दिन छुट्टी थी।
रीता--कहाँ है नालायक ?
छवि--बहन सही से सुबह तो हो जाने दे।
रीता--यहाँ मैं कहानी सुनने का वेट कर रही हूं कल से
छवि--कौन सी कहानी ?
रीता--बन मत,कल कैंटीन में क्या हुआ ?
छवि--गए,समोसे खाएं और वापिस क्लास में
रीता--मतलब कोई काम की बात नही ?
छवि--नही थोड़ी देर इधर उधर की बात की,डिपार्टमेंट की बात की फिर हम एक दूसरे की बात करते रहें..
रीता--एक दूसरे की ?
छवि--मतलब उसने रवि के और अपने बारे में बताया मैंने अपने और तेरे बारे में
रीता--और कल्पना ?
छवि--वो तो अलग कॉलेज से है फिर सीनियर है,उसका क्या ?
छवि--फिर भी जो हम दोनों को पता था उसके बारे में हमने शेयर किया
रीता--बस्स
रीता--अबे जा ढोलकी,बेकार लड़की,मौके का फायदा नही उठाया
छवि--अरे तो क्या कैंटीन टेबल पर चढ़ कर प्रपोज़ करती
रीता--चल ठीक है बाय
अगले दिन..छवि कॉलेज नही आती,रीता का दिन बहुत बिजी जाता है वो रात को कॉल करती है पर कोई जवाब नही मिलता,आखिरकार वो छवि को मैसेज करती है
रीता--कहाँ है हीरोइन ?
रीता--अरे हिमालय तपस्या करने चली गई क्या?
छवि--कुछ नही यार, बस थोड़ी तबियत
रीता--उहहु ,अविनाश से एक खास मुलाकात में तबियत खराब।
छवि--रीता,तुझे रवि पसंद है ना ?
रीता--हाँ यार पसन्द तो है,पर मेरा भी तेरे जैसा हाल है
छवि--कभी तुझे लगा कि रवि तुझे पसन्द करता है ?
रीता--अरे ये तू अविनाश और तेरे रिश्ते से मेरे और रवि के रिश्ते पर कैसे आ गई ?
छवि--मैं कल कॉलेज आकर ही बात करती,पर रुक नही सकती
रीता--हुआ क्या है कुछ बताएगी ?
छवि--मैने तुझे बताया था ना, अविनाश और मैंने कैंटीन में सबके बारे में बात की थीं..
रीता--तू एक काम कर ,कॉल करके बात करते है
छवि--ok
छवि--कल अविनाश का मैसेज आया था
रीता--देख बहुत हुआ अब मुद्दे की बात बोल
छवि--मैं तुझे चैट भेजती हूं पूरी
रात को अविनाश और छवि के बीच हुई चैट ,छवि रीता को भेजतहै
अविनाश--हेलो छवि
छवि--हाय अविनाश
अविनाश--मैंने डिस्टर्ब तो नही किया ?
छवि--नही.. नही.. बोलो
अविनाश--वो मुझे कुछ पूछना था
छवि--हाँ हाँ पूछो
अविनाश--,वो तुम बता रही थी कल्पना का मंगेतर ?
छवि--हां, उसकी सगाई हो गई है
अविनाश--उसने बताया तुम्हे ?
छवि--हाँ उसने फ़ोटो दिखाए फोन में
अविनाश--ओह अच्छा
छवि--बात क्या है ?
अविनाश--दरअसल मैं और कल्पना रिलेशनशिप में थे
छवि-- कब से ?
अविनाश--मैं तुमसे कुछ दिन पहले आया था कॉलेज,तभी से
छवि--🤐🤐🤐
--उसी ने प्रपोज़ किया था
छवि--लेकिन उसकी सगाई तो 1 साल पहले हो गई,कॉलेज कम्पलीट होते ही शादी
अविनाश--मुझे तुमसे ही पता चला
छवि--ओह फिर अब ?
अविनाश--कल मेरी रवि से बात हुई,उसने कहा उसे कल्पना ने प्रपोज़ किया हैं
छवि--क्या लड़की है
अविनाश--हां, मैंने उसे सब बता दिया
छवि--फिर?
अविनाश--उसने कहा उसे फर्क नही पड़ता,कुछ दिन तो अफेयर का स्वाद चख लू
छवि--सब एक से बढ़कर एक
अविनाश--वो मैं चाहता था तुम रीता से बात करो एक बार
छवि--किस बारे में
अविनाश--क्या वो मुझसे फ़्रेण्डशिप करना चाहेगी ?
छवि--ये क्या बात हुई ?
अविनाश--दरअसल मैं कल्पना को सबक सिखाना चाहता हूं
छवि--कल्पना के लिए ये बकवास करने की जरूरत नही
अविनाश--
छवि--और रीता पहले से ही कमिटेड है
अविनाश--.....
छवि--ओके बाय अभी के लिए
रीता पूरी चैट पढ़ती है
रीता--छवि
छवि--हम्म
रीता--ये सब क्या गड़बड़झाला है?
छवि--यहाँ सबके दिल फर्जी है रीता
रीता--सही कहा
छवि--इससे अच्छा है जिनके असली दिल मे हमारे लिए असली प्यार है उनके लिए कुछ करे
रीता--क्या
छवि--हमारे माता पिता, उनके लिए मेहनत करेंगे।
रीता-- ओके।
छवि--चलो कल मिलते हैं।
रीता--नई शुरुआत पक्का।