फिर से
फिर से
अस्पताल में आधी रात का सन्नाटा था। पास में एक एक्सीडेंट हुआ है। एक आदमी का खून बहके इसके पैरो तक पहुंच गया। उसको अस्पताल में भरती करवाया। मरीज़ का नाम नी था। उसके छह और भाई बहन थे , सा, रे, गा, मा,पा और धा। जब वह छोटा था तब उसको लगता की उसे कोई प्यार नही करता सारा प्यार सिर्फ सा को मिलता क्योंकि उसे सबसे ज्यादा मार पड़ती जब की सा को कभी डाट नही पड़ती थी। एक घंटे के ऑपरेशन के बाद डॉक्टर बाहर आए। नी बिस्तर से उठ कर अपने परिवार के पास गया पर उसने देखा की कोई उसके तरफ देख भी नहीं रहा था तो वो आपने कमरे में लौट आया। नी खुदको बिस्तर पर देख हैरान हो गया,वो मर गया था। लेकिन वो दुखी नहीं हुआ। उसके सामने सीढियां आई और वो चढ़ने लगा। वह स्वर्ग पहुंच गया और वहां रहने लगा।
एक महीने बाद उसके परिवार वालों की मौत जलने की वजह से हो गई। एक साल बाद नी ने सा के रूप में जन्म लिया और ग्यारह महीने में सा ने नी, धा ने रे ,पा ने गा और मां ने मां के रूप में। इस तरह जो बड़ा था पिछले जन्म वो छोटे बन गए और छोटे बड़े। नी ने सोचा की फिर से सब दोहराया जा रहा है और इस बार सा जो नी के रूप में hai uska एक्सिडेंट हो गा। तो वह बहुत उदास हो गया जो चीज उसके बचपन में घटी थी अब वही चीज़ सा के साथ हो गी।