पापा : The superhero
पापा : The superhero
बचपन से लेकर आज तक कभी हमें यह महसूस होने ही नहीं दिया कि ज़ेब ख़ाली है। जब भी जो चाहा कैसे भी कर के उसका जुगाड़ कर दिया। ख़ुद भूखे रहके भी हमें खिलाया। ख़ुद पुराने कपड़े पहन कर त्योहारों में बिन मांगे ही हमें नये कपड़े ला दिया। पढ़ाई में कभी कोई कमी आने नहीं दिया। कभी किसीसे कम होने का महसूस करने नहीं दिया।
बचपन से लेकर आज तक ख़ुद धूप में खड़े हो कर हमें छाव देते रहे। इन सबके बावजूद भी चेहरे पर एक प्यारी मुस्कान रखते हैं और हमें भी हंसाते हैं। पता नहीं पापा यह सब कैसे कर लेते हैं !