पापा की परी
पापा की परी
पापा की परी सड़क पर गलत साइड से आ रही थी। तभी सही साइड में आती बस के ड्राइवर ने उसे रुकने का इशारा किया ताकि पहले बस निकल सके।
पापा की परी को रोक टोक सहने की आदत ही कहां थी लिहाजा बस के आगे स्कूटी लगा कर बस को रुकने पर मजबूर कर दिया और ड्राइवर के साथ गाली गलोच और धक्का मुक्की शुरू कर दी।
बस के ही किसी समझदार ने पुलिस को फोन कर दिया और मजे की बात देखो पुलिस तुरंत आ गई। आंखों देखी और CCTV फुटेज का तकाजा की पापा की परी को कस्टडी में भी लेना पड़ा और केस भी दर्ज करना पड़ा।
अब पापा की परी का कहना है की ना तो उसे कोई गलत साइड स्कूटी चलाने से रोक सकता है और ना ही गिरफ्तार कर सकता है वो एक महिला है।
पुलिस इंचार्ज का भी कहना है की साहब हमें तो बताया गया था की झगड़ा हो गया इसीलिए हम आ गए हमें किसी ने बताया ही नहीं की पापा की परी झगड़ा कर रही है अगर बताया होता तो हम आते ही नहीं।
नोट : जो झूठ बोले उसे कौआ काटे, जो झूठ समझे उसे आज ही सड़क पर पापा की परी मिले।