ज्ञान
ज्ञान
ज्ञान एक ऐसी चीज है जो जितना बांटो , बांटे जाओ , बस बांटे ही जाओ कोई फर्क ही नहीं पड़ता, कोई कमी नहीं आती बल्कि बढ़ता ही जाता है । इसीलिए कंजूसी नहीं करनी चाहिए बांटते रहना चाहिए । इसीलिए आज सुबह जब उठा तो निश्चय करके ही उठा था कि आज तो जो ज्ञान है उसे बांटना ही है ।
इससे पहले कि ज्ञान बांटा जाए जरूरी है कि सब काम निबटा लिए जाए । इसीलिए आज बहुत मेहनत करनी पड़ी ।
आज रविवार होने के कारण सफाई अभियान भी चलाना था , पूरा घर साफ कर डाला , वैसे ज्यादा गंदा नहीं था बस 15 से 20 मकड़ियां जाला बना रही थी सबको मारने के बाद स्प्रे भी कर दिया ताकि अंडे वगैरह भी खत्म हो जाए और फिर भी अगर दुबारा आए तो फिर दुबारा मर जाएं । कम से कम महीना भर तो शांति के साथ निकले ।
अरे नहीं मेरी नौकरानी शांति नहीं मन की शांति ।
सिर्फ मकड़ियां ही नहीं आजकल चींटियां भी बहुत परेशान करती है और तो और फिनायल भी काम नहीं आती । पिछली बार जब बाजार गया था तब एक दूसरा फ्लोर क्लीनर लेकर आया था कहते है कि इससे सब छोटे मोटे जीव मर जाते हैं ।आज पहली बार ट्राई किया है । कैसा रहा अगली बार बताऊंगा ।
हफ्ते भर का खाने का इंतजाम भी आज ही करना था तो बाजार जाना भी जरूरी था इसीलिए उसे भी निबटाया । पर यह काम भी आसान नहीं आजकल गर्मी बहुत है गाड़ी की चमड़े की सीट सुबह सुबह ही इतना गरम हो जाती है कि बस पूछो मत । कभी कभी महसूस होता है ऐसा चमड़ा होना चाहिए जो धूप में भी गरम न हो । पता नहीं शायद आता हो कल पता करूंगा कार डेकोर वाले से । अगर आता हुए तो कल ही बदला कर सुकून के साथ रहूंगा ।
अरे अरे रुको रुको सुकून मेरी गर्ल फ्रैंड नहीं सुकून दिल का सुकून ।
पिछले दिनों बाजार से सब्जी गायब ही हो गई थी अब धीरे धीरे आने लगी है । ढंग की सब्जी न हो तो जैसे रौनक गायब हो जाती है । आज फ्रिज में हफ्ते भर की सब्जी भर दी तो अगले रविवार तक टेंशन खत्म । बाजार की रौनक तो आ रही है लेकिन इसके साथ ही प्लास्टिक भी एक बड़ी समस्या बनती जा रही है शुक्र है मेरे पास एक बड़ा सा बैग है चमड़े है बाजार जाते वक्त साथ लेकर जाता हूं ।
सिर्फ फ्रिज भर लेने से ही तो समस्या हल नहीं हो जाती , खाना बनाना भी पड़ता है तो आज सोचा की बढ़िया मनपसंद सब्जी बनाई जाए । भिंडी मुझे खास पसंद है पर जैसे ही काटने लगा एक सुंडी ठीक बीच से कट गई और मेरा मूड बिगड़ गया बस इरादा बदल दिया और गोभी बनाने का निश्चय कर लिया । गोबी भी मुझे पसंद है हालाकि भिंडी जैसी नहीं लेकिन पसंद तो है ही । लेकिन गोभी में सुंडिया बहुत होती है इसीलिए मेहनत ज्यादा मांगती है । अच्छा खाना है तो मेहनत भी करनी पड़ती है । गोबी को नमक के पानी में डालने से सब सुंडिया मर जाती है और अगर कोई 2 या 4 बच जाएं तो बाद में साफ पानी से धोने से निकल ही जाती है । और फिर अगर कुछ सुंडिया सब्जी में रह भी जाएं तो क्या फरक पड़ता है इतना तो चलता है । मेहनत तो बहुत हुईं परंतु प्लेट में मक्खन डाली हुई गोबी की सब्जी और काला नमक डाला हुआ दही देख कर रौनक लौट आई ।
अरे मूर्खो रौनक , चेहरे की रौनक सेक्रेटरी रौनक नहीं , उसका दिन में यहां क्या काम ।
सब काम निबटा कर नहा धोकर पेंट शर्ट पहन चमड़े की बेल्ट लगाई , चमड़े का पर्स जेब में डाला , काले चमड़े के चमचमाते जूते पहन कर और चमड़े की जैकेट लेकर बाहर निकल आया ज्ञान देने से पहले कुछ थोड़ा बहुत लिखा पड़ा जाए । वैसे तो गर्मी है लेकिन आजकल बारिश का मौसम है इसीलिए दोपहर बाद हल्की ठंड हो जाती है बस इसीलिए जैकेट अक्सर साथ ले लेता हूं ।
ज्ञान बांटने का सही समय ही तब है जब सब काम निबटा कर खाली हो जाएं । तो बस आज खाली होने के बाद बगिया में बैठ कर लिखने की सोच रहा था की मुनिया की आवाज आ गई । अरे मूर्खो पड़ोसन मुनिया नहीं बगिया में रहने वाली चुहिया , कई दिन से परेशान कर रखा है इस चुहिया ने । पड़ोसन मुनिया का यहां कोई काम नहीं और दिन में तो खास तौर पर कोई मतलब ही नहीं बनता । तो पहले डंडे के इस्तेमाल से चुहिया को भगाया , भाग गई हाथ नहीं आई वरना आज हमेशा के लिए छुटकारा पाकर ही रहता । खेर कोई बात नहीं चूहा मार दवाई डाल दी है आज नहीं तो कल छुटकारा मिला ही समझो ।
परंतु ज्ञान देना आसान कहां है जैसे ही चमड़े की जिल्द वाली डायरी खोली तो पता चला कि पेन तो है ही नहीं । मैं थोड़ा दूर की सोचता हूँ इसीलिए जब पेन लेने गया तो अपना खूबसूरत चमड़े का हैंडबैग ही ले आया पता नहीं पेन के बाद और क्या जरूरत पड़ जाए ।
खेर अब सब काम खत्म हो गए है तो अब ज्ञान की बात हो जाए तो ध्यान से सुनो ।
मुर्गे मत खाया करो बे बहुत जीव हिंसा होती है शाकाहारी बनो ।
