नैतिक जिम्मेदारी
नैतिक जिम्मेदारी
नवल किशोर मीडिया जगत का एक बड़ा नाम है तुम क्या जानती हो इनके बारे में, आंखों पर मोटा चश्मा लगाए एक अधेड़ व्यक्ति ने एक सप्ताह पहले ही इंटर्नशिप करने के लिए आई जानकी पर लगभग चिल्लाते हुए कहा। आगे उसने स्वयं को संयत करते हुए उसे समझाते हुए कहा बेटा मैं पिछले 21 सालों से इस लाइन में हूं, मैंने और नवल किशोर ने लगभग साथ ही पत्रकारिता शुरू की थी और देखो वो आज इतने बड़े मीडिया चैनल का मालिक है और मैं उसका एक मुलाजिम और तुम उसकी लिखी स्क्रिप्ट पर गलतियां निकाल रही हो, वो भी तब जब तुम केवल एक इंटर्न हो। बेटा मैं तुम्हारे पिता की उम्र का हूं और तुम्हारे भले के लिए कह रहा हूं इस बात को हमेशा याद रखना प्राइवेट नौकरी में बॉस इज ऑलवेज राइट फिर चाहे वो ठेठ गंवार ही क्यों न हो। तभी पीछे से आकर चपरासी ने कहा सर आपको साहब बुला रहे है वो आज शाम के कार्यक्रम के बारे में आपसे कुछ बात करना चाहते है। चपरासी के मुंह से इतना सुनते ही नारायण उसके ऑफिस में पहुंचा वहां नवल किशोर ने उससे कहा क्यों नारायण जी मेरे आज रात वाले प्राइम टाइम शो के लिए आज कोई स्क्रिप्ट तैयार हुई या नहीं। जी जी सर हो गई है मैंने इस बार प्रतियोगी परीक्षाओं में हो रही पेपर लीक की घटनाओं पर एक रिपोर्ट बनाई है आप एक बार देख लीजिए। नारायण जी आप को पता है आप और मैं दोनों एक ही साथ शुरू कर के भी अलग अलग जगहों पर क्यों है क्योंकि आप वो नहीं सोच सकते जो मैं सोच सकता हूं, आप अपनी ये स्क्रिप्ट अपने पास रखिए किसी और समय किसी से करा दीजियेगा 'आपकी अपनी बात एन. के. के साथ' में आज बढ़ते तापमान और गर्मी पर चर्चा होगी, उसके लिए एक बढ़िया स्क्रिप्ट तैयार कर के अगले एक घंटे में दिखाइए और हां जाते जाते मैनेजर से कह दीजियेगा की वो नए वाले स्टूडियो के लिए जो जमीन हमने खरीदी थी उसका प्रोग्रेस कहा तक पहुंचा आकर बताए।
थोड़ी देर बाद मैनेजर हाथ में फाइल लिए अंदर आता है और बताता है सर नए स्टूडियो के लिए हमने नक्शा पास करा लिया है और वहां लगे उन्यासी पेड़ो को भी कटवा दिया गया है और उनकी लकड़ी बेचने से मिले सत्रह लाख रुपए बैंक में डिपॉजिट भी करा दिए है और सर उस कॉरपोरेशन ऑफिसर को एक लाख देना पड़ा था वरना वो अप्रूवल नहीं दे रहा था क्योंकि वो जमीन ग्रीन जोन के पास थी। हां हां ठीक है उस खर्चे को सी .ए. से कह कर एडजस्ट करवा दीजिए और हां वो जो नए बोर्ड रूम के लिए पैतालीस नई ए. सी. आने वाली थी क्या वो आ गई? मैनेजर ने हां में उत्तर दिया और उसकी आज्ञा लेकर बाहर निकला।
कुछ देर में नारायण प्राइम टाइम के शो 'आपकी अपनी बात एन. के. के साथ' के लिए स्क्रिप्ट लेकर पहुंचा उसे देखकर नवल किशोर ने कहा ये हुई ना बात, टीआरपी की लड़ाई में जिस चीज से बड़ा वर्ग प्रभावित हो उसे ही दिखाना चाहिए उसे नही जो ज्यादा जरूरी हो, नारायण जी इसमें वातावरण और तापमान पर ए .सी. से होने वाले प्रभावों के बारे में भी जोड़िए ताकि हमारा प्रोग्राम लोगों को जागरूक भी कर सके, हम लोगों की भी कुछ नैतिक जिम्मेदारी बनती है की नहीं।
