नामर्द
नामर्द
सुदेश और स्मृति की सगाई हो रही है, सुदेश और स्मृति दोनो का ही स्कूल टाइम से प्यार चल रहा था, दोनो ही बड़े टायकून फैमली से थे, सुदेश के पिता राजेंद्र का होटल्स का बिजनेस था तो स्मृति के पिता का मेडिकल कॉलेज थे , दोनो ही परिवार अपनी जगह पर प्रतिष्ठित थे, सुदेश बार बार स्मृति से कुछ कहना चाह रहा था पर स्मृति इतनी बिजी थी कि वह उसे बात करने का टाईम नही दे रही थी, सुदेश के चेहरे से परेशानी झलक रही थी, उसकी मां उस से कई बार पूछ चुकी थी कि वह टेंशन में क्यों है, जब कोई मौका नहीं मिलता तो वह स्मृति से कहता है, " तुम चाहती हो की हमारी सगाई हो तो मुझे 5 मिनट अभी दो, वरना मैं अभी चला जाऊंगा,"! स्मृति चौक कर देखती हैं, और उसके साथ जाती है, गॉर्डन के एक कोने में खड़े होते हैं, स्मृति कहती है, " व्हाट हैपेंड टू यू , इतने सारे फ्रेंड्स है तुम किसी से बात तक नहीं कर रहें हो, क्या कहना है, जल्दी बोलो ,"! दोनो बचपन से साथ हैं तो उनके बात चीत का लहजा भी उसी तरह का है, सुदेश समझ नहीं पा रहा था कि वह कैसे कहे, स्मृति कहती है ," यार जो भी कहना है जल्दी कहो ,! सुदेश कहता है," स्मृति , आई एम इंपोटेंट , ,! स्मृति पर तो जैसे बॉम्ब गिर पड़ता है, वह चीख कर कहती है," यू अरे जोकिंग , इन दिस टाईम , यू आर डिस्टरबिंग मि, तुम झूठ क्यों बोल रहे हों , तुम्हे कोई और पसंद आई हो तो बता दो ,! सुदेश कहता है," स्मृति ,तुम्हारी कसम , मैने आज तक कभी तुमसे झूठ नही बोला , में तुम्हे बहुत चाहता हूं , पर मैं शादी नही कर सकता हूं, क्योंकि मैं बच्चे नही पैदा कर सकता और ना ही तुम्हे सेटिस्फाई कर सकता हूं, ! स्मृति गुस्से में उसे थप्पड़ मारती है, थप्पड़ की आवाज जोर से गुजती है, सब उस तरफ देखते हैं, स्मृति गुस्से में पैर पटकते जाती हैं और कार लेकर चली जाती है, सुदेश वही बैठकर रोने लगता हैं, ।
एक धूम धाम से मनाया जा रहा फंक्शन अचानक गमगीन माहौल में बदल जाता है,किसी को कुछ समझ नहीं आता है कि हुआ क्या , सभी मेहमान माहौल को देख धीरे धीरे निकल जाते हैं, सिर्फ दोनो परिवार के लोग रह जाते हैं, स्मृति के पिता को स्मृति का कॉल आता है वह सुनते है और उठकर चले जाते हैं, राजेंद्र भी उठता है और जाता है, ।
स्मृति अपने कमरे में बैठी रो रही है, उसे अब याद आने लगता है कि, एक दो बार वह दोनों पिकनिक पर बाहर गए थे, और स्मृति एक्साइटेड होती है तो सुदेश उसे समझा देता था की यह सब शादी के बाद ही करना अच्छा होगा, पर उसने पहले क्यों नहीं बताया की वह इंपोटेंट है,।
सुदेश अपने कमरे में लेटा रो रहा है उसे लगता है कि उसकी जिंदगी बेकार है, उसके पिता और मां उसके पास आते हैं और कहते हैं " बेटा अगर ऐसी प्रोब्लम थी तो हमे क्यों नहीं बताया हम बड़े से बड़े डॉक्टर से संपर्क करते , सुदेश कहता है," वह सभी टॉप के डॉक्टर्स को मिल चुका है, पर कुछ नही हो सकता है, उसकी मां कहती है," बेटा टेंशन मत ले सब ठीक हो जायेगा, हैं दुनिया के किसी भी कोने से डॉक्टर ढूंढेंगे कोई ना कोई तो दवा होगी,सुदेश मां के गले लग कर रोता है, ।
दूसरे दिन सुबह कुछ न्यूज पेपर्स में यह न्यूज आता है कि बिज़नेस टायकून राजेंद्र वर्मा का बेटा नामर्द निकला , और खूब मिर्च मसाला लगाकर खबर छापा जाता है,
इस खबर से वर्मा परिवार की बड़ी बेइज्जती होती है,पर स्मृति के घर वालो का व्यवहार नहीं बदलता है वो उनके साथ खड़े होते हैं, फिर भी सुदेश एकदम से नर्वस हो जाता है, उसके वजह से पूरा घर परेशान हो गया, उसकी बहन को भी लोग हिजड़े की बहन कहने लगे, दो दिन पहले तक सब कुछ बहुत अच्छा था, और आज उसकी वजह से सब कुछ गड़बड़ हो गया,।
स्मृति भी सुदेश को बहुत चाहती हैं, बचपन से साथ रहे हैं , उस वक्त उसे बहुत गुस्सा आया पर उसे अब लगने लगा कि उसने कुछ जल्दी ही रिएक्ट कर दिया, उसे ठंडे दिमाग से काम करना चाहिए था, उसे सुदेश के साथ बिताए सभी पल याद आते है ,वह उसका हर वक्त ख्याल रखता था , उसकी एक मुस्कान पर नाचने लगता था और एक आंसू गिरना पर आसमान सर पर उठा लेता था, उसे भी लगने लगा था कि वह सुदेश के बिना नहीं रह सकती है, उसके पिता भी उसे डांट चुके थे कि जो भी था शांति से विचार कर करना था, वह बहुत ही दुखी होती है, ।
सुदेश स्मृति के बिना नहीं रह सकता है,पर अब उसे लगता है की वह उसके साथ नही मिल पाएगा, वह इतना फ्रस्टेड होता है की वह सुसाइड अटैंपड करता है, उसे हॉस्पिटल ले जाया जाता है, स्मृति को पता चलता है, तो वह भागकर हॉस्पिटल जाती है, और उसके गले लगकर रोने लगती है, वह कहती हैं ," चाहे कुछ भी हो में तुम्हारे बिना नहीं रह सकती,।तुमने हिम्मत कैसे की सुसाइड करने की यह भी नही सोचा की मेरा क्या होगा, "! सुदेश कहता है " मैं भी तुम्हारे बिना नहीं रह सकता था इसीलिए सुसाइड करे का सोचा, तुम एक इंपोटेंट के साथ लाइफ कैसे गुजार सकती हो , "! वह कहती है, " हम बच्चे एडॉप्ट कर सकते हैं, ! सुदेश कहता है " एक बार सोच लो सारी जिंदगी का सवाल है, ! वह कहती है, " नो प्रोब्लम सारी जिंदगी साथ रहेंगे , ! दोनो के परिवार भी इस बात से खुश होते हैं, !
हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने के बाद दोनो सिंपल तरीके से मंदिर में जाकर शादी करते हैं, और अपने मां बाप का आशीर्वाद लेते हैं, और उसके बाद विदेश घूमने निकल जाते हैं.

