मीठी मुस्कान
मीठी मुस्कान
करण अपनी मम्मी के साथ रोज बाजार जाता था। उसकी मम्मी उसे रोज आइस-क्रीम दिलाती थी। आइस-क्रीम के लालच में वो रोज अपना स्कूल का काम भी समय से कर लेता था। उसे आइस-क्रीम इतनी पसंद थी की वो किसी को चखने भी नहीं देता था। पर एक हफ्ते से कुछ अलग हो रहा था, जिसके बारे मे उसकी मम्मी को भी पता नहीं था। उसकी मम्मी बाजार में उसे आइस-क्रीम के ठेले के पास बैठा कर थोड़ी ही दूरी पर सब्जी लेने जाती थी। जब तक वो वापस आती तब तक करण आइस-क्रीम खत्म कर चुका होता और फिर वो दोनों घर चले जाते। आइस-क्रीम के ठेले के पास ही फूलो का ठेला था। उस ठेले वाले के पास उसकी बेटी भी बैठी होती थी। करण अपनी आइस-क्रीम पिछले एक हफ्ते से उसे खिला रहा था। बदले में उसे उससे भी मीठी कोई चीज मिलने लगी थी। उस लड़की की मीठी मुस्कान।