मेरा अधिकार
मेरा अधिकार
सरिता की कोख़ में बेटी है यह जान घर के लोगों ने उसे गर्भपात को कह दिया, अस्पताल में जब सरिता को लाया गया तो बरबस ही उसे महसूस हुआ जैसे बच्ची उसकी कह रही हो की "माँ, मैं आना चाहती हूँ तेरी दुनिया में, मुझे मत मार माँ, तुझ पर सिर्फ मेरा अधिकार है, तेरी कोख़, तेरे प्यार पर मेरा अधिकार है माँ।" बच्ची की धड़कनें महसूस कर सरिता ने फैसला लिया की "चाहे जो हो जाये, मैं गर्भपात नहीं करवाउंगी " और उसकी आँखों से ख़ुशी के आँसू छलक गए ।