भविष्यनिधि
भविष्यनिधि
"सुधा यह सब क्या कागज़ात इकट्ठा किये हैं तुमने "सुनील चिढ़ कर अलमारी साफ़ करते हुए बोला।" यह सब हमारे रवि के सपनों की भविष्यनिधि है सुनील। हमारे माता -पिता तो न पढ़े लिखे थे, न आर्थिक स्थिति थी कि हमारा भविष्य सुरक्षित करते पर हम तो हैं न, कुछ पॉलिसीज और ऍफ़. डी. पेपर्स हैं ताकि रवि जब बड़ा होगा कह सके उसे कि "तुम खूब जियो अपने सपने।" कल हमें कुछ हो भी जाये तो उसका भविष्य तो सुरक्षित रहेगा।" सुनील बोला "वाह! मेरी दूरदर्शी मैडम" और दोनों रवि को निहारने लगे।