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Horror

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मौत की रात

मौत की रात

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जंगल के साथ सटी हुई एक सुनसान सड़क जिसपर इंसान तो क्या जानवर भी अकेले चलने में घबरा जाए ।रात एक बजे के आस पास उस सड़क पर एक कार आती है और एक जगह पर रुक आकर रुकती है ।कार से एक आदमी निकलता है और अपनी जेब से लाईटर और सिगरेट का पैकेट निकालता है और उस पैकेट से एक सिगरेट निकालकर उसे लाइटर से जलाता है ।

जब लाइटर की आग सिगरेट को जलती है तब उस आग की रोशनी में उसका चेहरा दिखता है .... वो कोई तीस या पैंतीस साल की उम्र का नौजवान था ।

वो सिगरेट के धुंए को अपने शरीर के अंदर खिंचता है और कुछ देर बाद उस धुंए के छल्ले बनाकर अपने मुंह से छोड़ता है ।वो अपनी सिगरेट को खत्म करता है और उसे जमीन पर गिरा देता है और अपने पैर से उसे मसल देता है ।और फिर वो अपनी कार की डिक्की की और जाता है और उसे खोलता है ।

उस डिक्की में पहले से कोई लड़की मौजूद थीं ....जिसके हाथ और पैर रस्सी से बंधे थे और वो बेहोश थी ।

वो लड़का उस डिक्की में रखी एक पानी की बोतल को उठाता है और उस बोतल से पानी पीकर अपने मुंह से कुल्ला करता है और अपने मुंह के पानी की एक धार बनाकर उस लड़की के मुंह पर मारता है ।लड़की के मुंह पर पानी का छिड़काव होने से वो होश में आती है और अपने आप को एक डिक्की में बंधी हुई पाती है और देखती है की उसके सामने कोई खड़ा है ।वो पानी से बाहर आईं किसी मछली की तरह छटपटाने लगती है और चिखते हुए कहती हैं तुमने मुझे बंधी क्यूं बनाया हुआ है आखिर कार तुम चाहते क्या हो ....

उसके सवाल पूछने के लिहाजे से पता चल रहा था की वो लड़की उस लड़के को जानती है ।


" इस घटना से चार घंटे पहले "

एक बार के अंदर एक लड़की अकेले एक जगह पर बैठकर शराब पी रही थी ...उसे अकेले देख एक लड़का उसके पास जाता है और कहता है .... क्या मैं आपके पास बैठ सकता हूं ।

ये सुनकर वो लड़की कोई जवाब देती उससे पहले ही एक और लड़का वहां आता है और उस पहले वाले लड़के को कहता है .... माफ़ करना दोस्त पर ये मेरे साथ है

ये देखकर की उस लड़की के साथ पहले से कोई और लड़का मौजूद हैं तो वो पहले वाला लड़का जवाब देता है ... ओ सॉरी यार मैंने सोचा की ये अकेली है और तुम तो जानते ही होंगे कि इतने हसीन लड़की को अकेले छोड़ना एक किस्म का गुनाह माना जाएगा ।

हां पर मैंने पहले ही इस गुनाह को अपने हसीन पलों में बदल लिया है ।

फिर वो पहले वाला लड़का वहां से चला जाता है और दूसरा लड़का उस लड़की के पास बैठता है ।

लड़की मुस्कुराते हुए उसे कहती हैं .... तुमने उसे अच्छा बेवकूफ बनाया ... ।

ये सुनकर लड़का जवाब देता है ... हां मैंने उसे बेवकूफ बनाया क्योंकि मैं नहीं चाहता था की कोई मुझसे पहले तुम्हारे साथ बैठने का सौभाग्य प्राप्त करें ।

फिर लड़की कहती हैं .... क्या हम पहले मिल चुके हैं ।

हां ... मुझे तो यही लगता है जब मेंने तुम्हारी नशीली आंखों को देखा तो मुझे लगा कि हम पहले मिल चुके हैं पर मुझे याद नहीं आ रहा .... शायद मेरे घर पर जहां कोई नहीं था बस हम दोनों और हमारी प्यार भरी बाते ।

पर मुझे नहीं लगता की हम पहले मिले हैं ... लेकिन मुझे तुम काफी अच्छे लगे लड़की पटाने का तुम्हारा तरीका कुछ हटके है ... लड़की मुस्कुराते हुए जवाब देती है ।

ये सुनकर लड़का लड़की से फिर पूछता है .... क्या मेंने अपने सामने वाली लड़की को पटा लिया ।

लड़की जवाब देती है ... शायद ना और शायद हां ये मुझे नहीं पता ... इसका जवाब तुम्हें खुद ही ढूंढना होगा ।

और वो जवाब मुझे कहां मिलेगा ... हां शायद तुम्हारे दिल में क्या मैं छुकर पता लगाऊ ।

लड़की हंसते हुए ... नहीं ... तुम वहां हाथ नहीं लगा सकते ।

फिर लड़का उसे कहता है ..... बाइदवे ... मेरा नाम विक्रम है और आपका ।

लड़की जवाब देती है ... मेरा टीना .... विक्रम जी आप सच में इतने रोमांटिक हो या मुझे देखकर ये सब कर रहे हो ।

लड़का जवाब देता ... आप मुझे मौका तो दिजिए टीना जी अभी आपने देखा क्या है ।

ये सुनकर टीना विक्रम की आंखों में देखती है जो उसे विक्रम के साथ टाईम बिताने के लिए मजबूर कर रही थी ।

फिर टीना विक्रम से कहती हैं .... क्या सच में तुम्हारे घर पर कोई नहीं है ।

विक्रम जवाब देता है ... हां सच में ... अगर तुम्हें झूठ लग रहा हो तो तुम वहां चलकर कूद ही क्यूं नही देख लेती ।

ये सुनकर टीना कुछ देर तक विक्रम की और देखती रहती है और कुछ देर बाद वो कुछ कहने ही वाली होती है की टीना का फोन बजता है और वो अपने फोन को देखती है जिसपर उसके घर से फ़ोन आ रहा था ।वो फ़ोन उठाती है और किसी बताती है कि वो अपने किसी दोस्त के साथ है और सुबह घर आएंगी ।ये सुनकर विक्रम टीना से कहता है ... क्या वो दोस्त में हूं टीना जी ।

टीना जवाब देती है .... हां ...।

और वो विक्रम के काफी नजदीक आकर कहती हैं मुझे तुम्हारे घर को देखने की जिज्ञासा हो रही है ।तो देर किस बात की है चलो चलते हैं .... विक्रम टीना से कहता है ।विक्रम और टीना बार से निकलते हैं और विक्रम की कार के पास पहुंचते हैं जो अंधेरे में खड़ी थी वो दोनों उसमें बैठते हैं और एक दूसरे की और देखते हैं ... और धीरे धीरे एक दूसरे के इतने करीब आ जाते हैं की उनकी सांस आपस में टकराने लगती है और कुछ देर बाद एक दूसरे के होंठ भी और वो एक दूसरे को चूमने लगते हैं ।

कुछ देर के बाद विक्रम टीना से कहता है ... लगता है हमें जल्द से जल्द मेरे घर पहुंचना होगा ।और वो कार को चलता है और वो दोनों विक्रम के घर की और रवाना हो जाते हैं ।कुछ देर बाद विक्रम देखता है की टीना किसी से फोन पर चेटिंग कर रही थी वो उससे पुछता है तुम किससे चेटिंग कर रही हो ।

टीना जवाब देती है ... मेरी एक दोस्त है उसे यकीन नहीं हो रहा की में किसी लड़के के साथ हूं ।तो उसे यकीन दिलाओ ... मेरी एक फोटो खिंचकर उसके पास भेजो उसे यकीन हो जाएगा ।

फिर टीना यही करती है और विक्रम की एक फोटो खिंचकर अपनी दोस्त के पास भेजती है ।ये होते ही विक्रम टीना से कहता है कि मुझे एक बार तुम्हारा फोन चाहिए ।टीना पुछती है क्या हुआ तुम मेरे फ़ोन से क्या करोगे ।विक्रम जवाब देता है ... तुम्हारी दोस्त के पास एक मैसेज भेजना है ।

तो तुम मुझे बता सकते हो मैं खुद ये कर सकती हूं टीना विक्रम से कहती हैं ।

ये सुनकर विक्रम कहता है .... तो ठीक है लिखो ... प्लीज़ मुझे बचा लो ।

ये सुनकर टीना विक्रम की और देखती है और विक्रम टीना की ओर .... टीना ये सुनकर थोड़ी डर जाती है और विक्रम से कहती हैं इसका क्या मतलब है ।

विक्रम जवाब देता है .... इसका ये मतलब है की तुम्हारी दोस्त को तुम्हें बचाना है ।

टीना विक्रम से पूछती है ... पर किससे ।

विक्रम टीना की और देखकर कहता है .... मुझसे ।

और ये कहकर वो टीना के चेहरे पर एक मुक्का मारता है जिससे वो बेहोश हो जाती है ।

फिर वो अपनी गाड़ी को सड़क के किनारे रोकता है और टीना के गाल को चुमते हुए एक और फोटो उसकी दोस्त के पास भेजता है और एक लोकेशन भी ।

मेसेज उसकी दोस्त के पास पहुंचता है जो लड़की नहीं कोई लड़का था वो उसे देखता है और अपने दो और साथियों को इस बारे में बताया है और विक्रम के भेजी गई लोकेशन की और अपने दोस्तों के साथ हथीयार लेकर रवाना होता है ।

और बाद में वो विक्रम टीना को रस्सी से बांधता है और उसे अपनी कार की डिक्की में गिराता है और आगे बढ़ता है ।


" वर्तमान समय "

टीना विक्रम से होश में आने के बाद पुंछ रही थी की वो आखिरकार कर क्या रहा है ।

फिर विक्रम टीना को बालों से पकड़कर डिक्की से बाहर गिराता है ... जमीन पर गिरते ही वो दर्द से चिखने लगती है लेकिन इस सुनसान जंगल में बस उसी की चिखो की आवाज गूंज रही थी ।

फिर विक्रम उसे टांगों की और से पकड़ता है और घसीटते हुए जंगल की और लेकर जाता है ।

टीना का रो रो कर बुरा हाल था वो अब बहुत डरी और घबराई हुई थी और कुछ समझ नहीं पा रही थी ।

फिर विक्रम एक जगह पर जाकर रूकता है और एक जगह पर एक गड्ढा खोदने लगता है ।

विक्रम को गड्ढा खोदते देख टीना घबराते हुए विक्रम से कहती हैं तुम ये क्या कर रहे हो तुम आखिरकार चाहते क्या हो मुझे छोड़ दो प्लीज़ ... और वो रोने लगती है

उसे रोते देख ... विक्रम रूकता है और उसके पास आकर बैठ जाता है और उसे देखते रहता है ।

टीना उसे देखकर कहती हैं .... मुझे छोड़ दो प्लीज़ ।

विक्रम टीना के आंसूओं को अपनी उंगली से पोंछता है .... टीना को महसूस होता है की विक्रम के उंगलियों के नाखून किसी जानवर की तरह थे जो अजीब था जब वो उससे मिली थी तब उसने ऐसा नहीं देखा था ।

टीना के आंसूओं को पोंछने के बाद विक्रम टीना की आंखों में देखता है और अचानक से टीना की एक आंख को अपने नाखूनों से बाहर निकाल लेता है ।

ये होते ही टीना की चीखे और ज्यादा तेज और दर्द भरी हो जाती है और वो जमीन पर रस्सियों से बंधी तड़पती रहती है ।

और विक्रम फिर से गढ्ढा खोदने लगता है ।

कुछ देर बाद वो उस गड्ढे को पुरा खोद चुका था और वो फिर से टीना के पास जाता है जो जमीन पर पड़ी तड़प रही थी ।

वो उसे उठाता है और उस गड्ढे के मौजूद एक पेड़ से उसे बांध देता है और टीना को देखता है .... टीना की आंख से बहुत सारा खून बह रहा था जो उसके पुरे चैहरे और चैहरे से होता हुआ उसके कपड़ों पर लगा चुका था उसका शरीर और जुबान डर के मारे कांप रहें थे ।

वो देखती है की विक्रम को कुछ होने लगता है और वो देखते ही देखते किसी इंसान से किसी शैतान में बदल जाता है उसके दांत और नाखून किसकी जानवर की तरह हो चुके थे और उसकी आंखें बिल्कुल लाल मानो उसकी आंखों में खून उतर आया हो ।

उसकी जुबान उसके मुंह से बाहर निकल रही थी और किसी सांप की तरह हवा में लहरा रही थी और उससे लार टपक रही थी ।

वो अपनी जीभ से टीना के चेहरे पर लगे खून को चाटता है जिसे देखकर टीना का डर और ज्यादा बढ़ जाता है ।

वो टीना के कान के पास जाकर कहता है टीना क्या तुम्हें डर लग रहा है ....!

टीना घबराते हुए कहती हैं .... हहहहां....!

मुझे भी लगा था जब मेरा सामना भी मौत से हुआ था क्या तुम्हें याद नहीं तुम मेरे साथ ही थी याद करो .... ये वहीं जगह है जहां पर तुमने और तुम्हारे दोस्तों ने मुझे मौत से रूबरू कराया था ।

टीना ये सुनकर उसकी और देखती है और कहती हैं .... कौन हो तुम ।

ये सुनकर विक्रम हंसता है और कहता है तुम्हें मेरा चेहरा याद नहीं और होगा भी क्यूं तुम बेगुनाहों को मारते हो और उन्हें लुटते हो मगर कभी उन्हें इस नजर से नहीं देखते की वो तुम्हें याद रहे हैं ना .....!

मुझे माफ़ कर दो विक्रम ... अब हमने वो काम छोड़ दिया है । माना मैं मेरे दोस्त पहले लोगों को लुटते थे पर अब नहीं .... टीना विक्रम को जवाब देती है ।

ये सुनकर विक्रम कहता है अच्छा .... सच में लेकिन मुझे तो ये लग रहा है की आज भी तुम और तुम्हारे दोस्त मुझे लुटने वाले थे ।

मुझे माफ़ कर दो विक्रम .... भगवान के लिए मुझे माफ़ कर दो ... टीना विक्रम के सामने गिड़गिड़ाती है ।

पर विक्रम के ऊपर कोई असर नहीं पड़ता .... वो टीना से कहता है तुमने मुझसे पैसे नहीं लुटे बल्की मेरी पुरी जिंदगी लुट ली ... मैं तुम्हें मेरे लिए माफ कर देता मगर तुमने जो मेरी दिप्ती के साथ जो किया ... उसके लिए में तुम्हें कभी माफ नहीं कर सकता ।

" चार साल पहले "

विक्रम और उसकी गर्लफ्रेंड दिप्ती एक होटल से खाना खाने के बाद अपने घर की और जाने ही वाले होते हैं की ..... एक लड़का और एक लड़की उनके पास आते हैं और कहते हैं .... दोस्त क्या तुम हमारी मदद कर सकते हो ... हमारी कार खराब हो गई है और मैंने देखा की तुम उसे और जा रहे हो जहां हमें जाना है ।

विक्रम कुछ देर सोचता है ... लेकिन दिप्ती कहती हैं विक्रम इसमें सोचने की क्या बात है ..... और वो उनसे कहती हैं आप हमारे साथ आ सकते हो ।

वो सब गाड़ी में बैठ कर अपनी मंजिल की और बढ़ जाते हैं .... रास्ते में वो लड़का विक्रम से कहता है क्या आप दोनों शादीशुदा हो ।

विक्रम जवाब देता है नहीं पर जल्द ही होंगे ।

वो लड़का भी अपनी गर्लफ्रेंड के हाथ को चुमता है और कहता है हम भी बहुत जल्द शादी करने वाले हैं ।

कुछ देर बाद वो जंगल के पास सुनशान रास्ते पर पहुंचते हैं और विक्रम उन दोनों से कहता है तुम्हारा नाम क्या है ।

ये सुनकर वो दोनों हंसते हैं और विक्रम से कहते हैं तुम्हारी मौत .... और वो लड़का विक्रम के सिर पर किसी चीज से हमला करता है और विक्रम की आंखों के आगे अंधेरा छा जाता है और गाड़ी का बेलेंस बिगड़ जाता है और गाड़ी एक पेड़ से जा टकराती है ।

कुछ देर बाद विक्रम को होश आता है और वो देखता है की वो एक पेड़ से बंधा है और दिप्ती जमीन पर बेहोश पड़ी है ... विक्रम उसे आवाज देता है पर वो कोई जवाब नहीं देती !

फिर वही लड़का और लड़की उसके पास आते हैं और कहते हैं घबराओ मत विक्रम ये अभी मेरी नहीं है पर बहुत जल्द तुम दोनों मरने वाले हो ....!

ये सुनकर विक्रम उससे कहता है .... ऐसा मत करो दोस्त तुम जितना कहोगे में उतने पैसे देने के लिए तैयार हूं । तुम शायद नहीं जानते में बहुत अमीर हूं ।

यही तो तुम्हारी गलती है ।

तभी उनके दो साथी और वहां पर आते हैं जिनमें से एक के पास लेपटॉप होता है और वो लड़का विक्रम से कहता है अब हम एक खेल खेलेंगे तुम्हें बस हमारे सवालों के जवाब देने है ।

विक्रम कहता है ... ठीक है पर हमें कुछ मत करना ।

फिर वो लड़का विक्रम से उसके सभी बैंकों की डिटेल पूछता है और विक्रम उन्हें वो बता देता है कुछ देर के बाद उसने से एक लड़का कहता है काम हो गया बॉस ।

फिर वो लड़का विक्रम की अपनी गन तानता है और कहता है हमारा सफर यही तक था विक्रम ।

ये देखकर विक्रम कहता है .... रूको रूको मैंने तुमहारी बात मानी ... अगर तुम और पैसे चाहते हो तो मैं और दे सकता हूं पर हमें मारो मत प्लीज़ ।

लेकिन वो लड़का उसकी बात नहीं सुनता और उसके ऊपर गोली चला देता है गोली विक्रम की छाती में लगती है और उसकी आंखें धीरे धीरे बंद होने लगती है ।

फिर वो लड़का दिप्ती के पास जाकर उसकी और भी गन तानता है की तभी उसके पास उसका साथी आता है और कहता है बॉस हमें इसे मारने ही वाले हैं तो क्या हम इसे मारने से पहले इसके साथ कुछ देर मजे नहीं ले सकते ।

वो लड़का कुछ देर सोचता है और कहता है आइडिया अच्छा है पर पहले इसे होश में लाओ ।

फिर वो दिप्ती को होश में लाते हैं और उसके साथ रेप करते हैं ।

विक्रम की सांसें अबतक चल रही थी उसकी आंखें बंद थी मगर वो कानों से दिप्ती की चीखे सुन रहा था और अंदर ही अंदर रो रहा था ।

वो लड़का अपनी गर्लफ्रेंड से कहता है जानेमन क्या मैं भी उस लड़की से कुछ देर खेल सकता हूं .... उस लड़के की गर्लफ्रेंड और कोई नहीं टीना ही थी ।

टीना कहती हैं .... हां पर बस दस मिनट ।

वो लड़का जवाब देता है .... इतना समय मेरे लिए बहुत है । और वो भी दिप्ती के साथ रेप करता है ।

और बाद में वो सब दिप्ती को जिंदा ही एक गड्ढे में विक्रम के गाड़ देते हैं ।

और वहां से चले जाते हैं ।

कुछ देर बाद ... उस जगह पर खून की गंध सुगधते हुए जंगली कुत्ते आते हैं और जमीन को खोदकर विक्रम की लाश को निकलकर नोचने लगते हैं लेकिन अचानक कुत्ते डर वहां से भाग जाते हैं क्योंकि उन्हें भी खतरनाक कोई चीज विक्रम की लाश को अपनी प्यास बुझाने के लिए देख रही थी और वो थे जंगल के खतरनाक चमगादड़ जो किसी भी जीव को जिंदा ही मार देते हैं ।

वो विक्रम की लाश के ऊपर टूट पड़ते हैं और जबतक अपनी प्यास बुझाते हैं जब-तक उसके शरीर में खून का एक एक कतरा खत्म नहीं हो जाता ।

अचानक विक्रम के शरीर में कुछ हलचल होती है और अचानक से उसकी आंखें खुलती हैं जो बिल्कुल लाल थी और वो चिखते हुए उठता है ....!


" वर्तमान समय "

विक्रम टीना से कहता है .... मैं चार सालों से तुम्हें ढूंढ रहा हूं और किस्मत देखो तुम मुझे उसी शहर में मिले जहां तुमने मुझे मारा था ।

मुझे माफ़ कर दो विक्रम .... मैं तुम्हें मेरे साथीयों के पास पहुंचा सकती हूं ।

ये सुनकर विक्रम कहता है .... माफ़ भगवान करता है शैतान नहीं और तुम जानती हो मैं क्या हूं .... और रहा सवाल तुम्हारे साथियों का वो कुछ ही देर में यहां आते ही होंगे ।

फिर वो टीना के पास आकर कहता है क्या तुम तैयार हो ।

टीना डरते हुए उससे पूछतीं है तुम क्या करने वाले हो ।

विक्रम जवाब देता है .... मैं अपनी प्यास बुझाने वाला हूं ।

टीना के दोस्त गाड़ी से वहां पहुंचते हैं और विक्रम की गाड़ी के पास अपनी गाड़ी को रोककर उसमें से उतरते हैं और गाड़ी के आस पास टीना को देखते हैं लेकिन उन्हें वो वहां पर नहीं मिलती .....तभी अचानक से उन्हें टीना की चिख सुनाई देती है और वो सब अपनी अपनी गन निकालते हैं और गाड़ी से एक एक टॉर्च लेकर जंगल के अंदर जाते हैं .... वो सब चिखो को सुनते हुए उसकी और बढ़ रहे थे कि अचानक चीखे बंद हो जाती है और कुछ देर बाद वो तीनों एक जगह पर पहुंचते हैं वहां का नजारा देखकर वो चौंक जाते हैं और उनमें से एक की उल्टी गिर जाती है

वो देखते हैं की टीना की बॉडी एक पेड़ से बंधी हुई थी और उसके ऊपर के कपड़े गायब थे उसके ऊपरी शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं था और उसके शरीर को किसी ने जानवरों की तरहां नोंचा हुआ था .... वो सब धीरे-धीरे उसके पास पहुंचते हैं और टीना का बॉयफ्रेंड उसकी और देखकर कहता है .... टीना जिसने भी तुम्हारे साथ ये किया है मैं उसे छोड़ूंगा नहीं ।

वो टीना के चेहरे पर अपना हाथ लगाता है की उसके हाथ लगाते ही टीना का सिर उसके धड़ से अलग होकर जमीन पर गिर जाता है ।

ये देखकर वो और ज्यादा घबरा जाते हैं और उनमें से एक कहता है हमने शायद यहां आकर गलती कर दी बॉस हमें यहां से चलना चाहिए ।

तभी उन्हें किसी की आवाज आती है .... हां तुमने ठीक कहा तुम्हें यहां नहीं आना चाहिए था ।

वो सब उसकी और मुड़कर देखते हैं और उसके ऊपर टॉर्च मारते हैं विक्रम का चेहरा देखकर वो डर जाते हैं उसके चेहरे पर खून लगा था और किसी जानवर की तरह उनकी ओर बढ़ रहा था ।

वो सब उसपर गोलीयों की बौछार कर देते हैं पर कोई भी गोली उसे छू भी नहीं पाती । ये सब देख कर वो वहां से भागने लगते हैं ।

विक्रम उन्हें भागते देख कहता है .... ना समझो तुम मौत से नहीं भाग सकते ।

और वो बहुत तेज रफ्तार से उनकी और जाता है और उनमें से एक के पास जाकर उसे पकड़ लेता है और उसकी आंखों में मौत का डर देखता है .... विक्रम उसके माथे पर अपने नुकीले नाखूनों को रखता है और उसके चेहरे से उसकी खाल को खिंच लेता है और अपने हाथ को उसके शरीर के आर पार कर देता है ।

और दूसरे की और बढ़ता है ...!

दूसरा लड़का एक पेड़ के पीछे जा छुपता ...और भगवान से प्रार्थना करने लगता है कि तभी उसके चेहरे पर खून की बूंदें गिरती है वो ऊपर की देखता की विक्रम पेड़ पर बैठा उसकी और देख रहा था वो नीचे आता है और उसके हाथो वो पेड़ के पीछे एक दूसरे में किसी रस्सी की तरह बांध देता है .... वो लड़का दर्द से चिखने लगता है के विक्रम अपने नाखूनों से धीरे-धीरे उसके गले को चिरता है और वो वहीं पर तड़पता रहता है ... कुछ देर बाद वहां पर बहुत से चमगादड़ आते हैं और वो उस लड़के को नौचने लगते हैं और कुछ ही देर बाद उस लड़के के शरीर पर बस हडि्डयों का ढांचा होता है ।

अब बस एक ही बाकी था वो भागते हुए अपनी गाड़ी के पास पहुंच चुका था और वो अपनी कार में बैठता है और उसे चलाने ही वाला होता है की विक्रम उस कार के बोनट पर आकर कूदता है और उस कार कि खिड़कियों के कांच चकनाचूर हो जाते हैं ।

विक्रम उसकी गर्दन पकड़कर उसे कार से बाहर निकालता है और दूर फेंक देता है

वो लड़का धीरे धीरे खड़ा होता है और विक्रम की और देखकर कहता है तुम क्या बन चुके हो विक्रम ..... तुम भी हमारी ही तरह शैतान बन चुके हो अब तुममें और हममें कोई फर्क नहीं ।

विक्रम जवाब देता है .... फर्क है .... मैं शैतान नहीं मैं शैतानों को मारने वाला शैतान हूं और लोग मुझे वैंपायर कहते हैं ।

क्या तुम मुझे सच में मारने वाले हो ... लड़का विक्रम से पुछता है ।

तुम्हें क्या लगता है ... विक्रम जवाब देता है ।

फिर लड़का कहता है .... अगर यही बात है तो मैं तुम्हें बताना चाहता हूं की हमने तुम्हें ऐसे ही नहीं मारा किसी ने तुम्हारी सुपारी दी थी .... मैं नहीं चाहता की तुम्हारा बदला अधूरा रहे ।

हम सब जानते थे कि हमने जिंदगी में पाप किए हैं पर ऐसी सजा मिलेगी कभी नहीं सोचा था ।

क्या तुम जानना चाहते हो तुम्हारी सुपारी किसने दी थी ।

विक्रम पुछता है ..... हां अगर तुम बताना चाहो तो बता सकते हो अगर नहीं बताना चाहते तो में बाद में तुम्हारी लाश से वो नाम पूछूंगा ।

लड़का जवाब देता है .... तुम्हारे अंकल जो अब तुम्हारी जायदाद के मालिक हैं ।

ये सुनकर विक्रम उसे कहता है तुम ये मत सोचना की अब में तुम्हें मारने में कोई कटौती बरतने वाला हूं ।

ये सुनकर वो लड़का अपने हाथ फैलाता है और कहता है मुझे आजाद करो ।

और विक्रम तेजी से उसकी और जाता है और अपने दांतों को उसकी गर्दन के गाढ़ देता है और उसका खून पीने के बाद उसके शरीर के टुकड़ों को जंगली कुत्तों के हवाले कर देता है ।

और काले आसमान की और देखकर तौर से चिपकता है ।

" विक्रम का अंकल अपने बाथरूम में आइने के सामने सैव कर रहा था की रेंजर से उसके चेहरे पर एक कप लगता है और उससे खून बहने लगता है ।

वो उस खून को रोकने की कोशिश करता है कि तभी वहां की लाईट बंद हो जाती है ।

वो अंधेरे में कहता है .... लाइट को क्या हुआ इसे भी अभी भी जाना था ।

अचानक से लाइट वापस आती है और वो आईने में देखता है की उसके पीधे विक्रम खड़ा है ।

वो विक्रम को देखकर चौंक जाता है और कहता है .... विक्रम तुम ।

हां मैं अंकल ..... और ये कहते ही विक्रम अपने दांतों को उसकी गर्दन में गाढ़ देता है और देखते ही देखते विक्रम के अंकल की चीखें मौत में बदल जाती है "



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