माँ की समझदारी
माँ की समझदारी
आज अम्मा की रसोई से तेज़ मसालों की खुशबू आ रही थी। काव्या को लगा आज कुछ खास बन रहा है। जाकर देखा तो अम्मा मसाले भूनकर छोटी छोटी पोटली बनाकर रख रही थी।
"ये क्या कर रही हो अम्मा?" काव्या ने आश्चर्य से पूछा।
"बिटिया, ये पोटली हॉस्पिटल में भेज रही हूँ, वहाँ जो कोरोना रोगी हैं, उन्हें मसालेदार खाना खाने की मनाही है। तो इन छोटी पोटलियों से उनकी सूंघने की शक्ति बढ़ेगी और साथ ही उन्हें जल्दी स्वस्थ होने में मदद मिलेगी"
अम्मा की बात से काव्या को लगा सच कहते हैं,
बुज़ुर्गों के पास अनुभव का खज़ाना होता है।
