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Rudra Singh

Romance

4.5  

Rudra Singh

Romance

कॉल यू लेटर

कॉल यू लेटर

3 mins
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ये वक़्त मुझे कैसे कैसे जवाब दे रहा था

मेरा फ़ोन,महबूब की तरह मुझे धोखा दे रहा था,

दीपक कार से अपने घर जा रहा था, रास्ते में वो अचानक चाय पीने के लिए तो उसने अपनी दोस्त को कॉल किया, 2 बार कॉल करने फ़ोन नही उठा तो उसने फिर एक बार कॉल की तो फ़ोन उठने पर उसकी दोस्त ने हेल्लो बोला और उधर से आवाज़ आना बंद होगयी,

दीपक- hello,

मिनी - हेल्लो, हेल्लो,......

दीपक- हेल्लो

मिनी.......

थोड़ी देर में मिनी का मैसेज आता है ,जिसका अंदाज़ा उसे पहले से था कि मैसेज क्या मैसेज कहा आएगा,

मिनी का मैसेज आया ,

मिनी- will call u later,

दीपक 1 घण्टे से इंतजार कर रहा था मगर कॉल नही आया,

जिंदगी कुछ ऐसा कर देती की वक़्त का पहिया कब घूम कर वही आजाता है ये कोई नही जानता,

दीपक की जिंदगी में कुछ ऐस ही हुआ , सालों पहले आये will कॉल उ later का जवाब उसे आज तक नही मिला था ,

ठीक 2 साल पहले दीपक की दोस्त ने भी उसे फ़ोन पर बात न हो पाने पर will call later

का संदेश भेजती है, और दीपक उसके फ़ोन का इंतजार कर रहा होता,और आज तक कोई भी उसका फ़ोन नही आता है ,इन 2 सालों में दीपक ने न जाने कितनी कोशिश की उसकी दोस्त से उसकी बात हो जाये मगर नही हो पाती है,

यही सब सोच कर दीपक एक 1 घन्टा बिता चुका होता है,

तभी उसको फोन आता है , दीपक जेब से फ़ोन निकालते ही no बिना देखे उसे हेल्लो बोल देता है,

दीपक - हैलो,

दूसरी तरफ से - कहाँ है, क्या तू भी मिनी के साथ मूवी में है क्या,

दीपक एक दम चुप होगया, बहुत साधी सी आवाज़ में उसने में तक घर जा रहा हूँ,

दूसरी तरफ से - ओक

सामने चाय पकोड़े की दुकान पर चाचा ने पकोड़े तेल में डाले तो उसकी तड़कने की आवाज़ से दीपक का ध्यान टूट और चाय वाले से पूछा कि चाचा चाय का कितना होगया,

दीपक चाय वाले को पैसे देकर अपनी कार में बैठ कर घर निकल गया,

घर पहुँच कर भी वही सब सोच लगा,

की आखिर मिनी ने उसे बताया क्यों नही, अगर उसे जान था तो वो उसे रोकता थोड़ी,

तमाम सवालों से दीपक उस वक़्त जुंझ रहा था और उसे इंतजार था उसके फ़ोन कि वो उसे जैसे ही फ़ोन करेगी तो सब ठीक हो जाएगा,

जैसे ही धीरे धीरे वक़्त बीत रहा रहा वैसे ही दीपक और बेचैन हो रहा था ,उसे वही डर सताने लगा कि कहीं मिनी भी तो शिवानी की तरह उसे छोड़ कर तो नहीं चली जायेगी,

इन तमाम सवालों के बीच रात के 3 बज चुके थे 8 घण्टे बीतने के बाद दीपक ने फैसला किया कि वो मिनी को फ़ोन नही करेगा,वो शिवानी की तरह उसके फ़ोन का इंतजार, इस बीच उसे कई फ़ोन आये मगर मिनी का कोई फ़ोन नहीं आया रात से सवेरा हो गया, और सवेरे से शाम और दिन कई दिन बीत गए मगर मिनी का कोई फ़ोन नहीं,

उस फ़ोन के inbox में Will call u later का मेसेज और बढ़ गया, मगर वो कॉल नहीं आया।

बस इतनी सी थी ये कहानी।


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