का मेसेज और बढ़ गया, मगर वो कॉल नहीं आया। बस इतनी सी थी ये कहानी। का मेसेज और बढ़ गया, मगर वो कॉल नहीं आया। बस इतनी सी थी ये कहानी।
“सपना देखना कभी मत छोड़ना।”कामयाबी अवश्य मिलेगी। “सपना देखना कभी मत छोड़ना।”कामयाबी अवश्य मिलेगी।
अरे !“नहीं, मैं तो बैडबाय कहूँगी इस कोरोना काल को “और किरण खिलखिला पड़ी। अरे !“नहीं, मैं तो बैडबाय कहूँगी इस कोरोना काल को “और किरण खिलखिला पड़ी।
हां शायद अब मैं पत्थर ही हो चुकी हूं बस यंत्रवत जिंदगी जी रही हां शायद अब मैं पत्थर ही हो चुकी हूं बस यंत्रवत जिंदगी जी रही
फिर कई महीनों तक ये सिलसिला चलता रहा फिर कई महीनों तक ये सिलसिला चलता रहा
बच्चों के कान में बात ना जाए इस डर से तुम्हारी गलती को ढक दूँ।" बच्चों के कान में बात ना जाए इस डर से तुम्हारी गलती को ढक दूँ।"