बाबा केदार के दर्शनों के बाद इसी दिव्य शिला के आगे बाबा के भक्त नतमस्तक हो जाते हैं। बाबा केदार के दर्शनों के बाद इसी दिव्य शिला के आगे बाबा के भक्त नतमस्तक हो जाते ...
मुझे भूत के पत्थर से उतना डर नहीं लगा। मुझे भूत के पत्थर से उतना डर नहीं लगा।
यह उपहार जीवन भर की उपलब्धि उपहार है। यह उपहार जीवन भर की उपलब्धि उपहार है।
लेखक : नतालिया अब्राम्त्सेवा अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक : नतालिया अब्राम्त्सेवा अनुवाद : आ. चारुमति रामदास
शेर था फिर पत्थर की देवी जिसे आपने हाथ जोड़ा वह असली कैसे ? ” शेर था फिर पत्थर की देवी जिसे आपने हाथ जोड़ा वह असली कैसे ? ”
दोबारा कोशिश की धीरे धीरे पत्थर थोड़ा सा खिसका और उस किसान ने उस पत्थर को सड़क के साइड कर दिया दोबारा कोशिश की धीरे धीरे पत्थर थोड़ा सा खिसका और उस किसान ने उस पत्थर को सड़क क...