अब सिर्फ़ अच्छा ही होगा
अब सिर्फ़ अच्छा ही होगा
अगर आप सोचते हैं की आप की लाइफ में सब कुछ ग़लत हो रहा है तो ये कहानी पढ़ो सिर्फ़ और सिर्फ़ अच्छा ही होगा। ये कहानी से मैं आपकी सोच को बदलने की कोशिश करना चाहतीं हूँ के वो कहते है ना कि आल इज़ वेल छोटी सी कहानी है।
एक राजा ने अपनी प्रजा की परीक्षा लेने के लिए सड़क के बीचों बीच बड़ा पत्थर रखा और राजा साहब साइड में जाकर खड़े हुए और देखने लगे के इस पत्थर को कौन उठता है। जनता वहां से धीरे धीरे निकल रही थी कुछ लोग आए पत्थर देखा और साइड से निकल गये। कुछ लोग आए राजा को गलियाँ देने लगे। बोलने लगे क्या राजा है हमारा सड़को में बड़े बड़े पत्थर रखे हुए है। सड़को की क्या हालत बना के रखी हुई है। एक किसान वहां से निकल रहा था, उसके सर पे टोकरी थी, टोकरी को नीचे रखा और उस पत्थर के पास आया, पत्थर को उसने हटाने की कोशिश की भारी पत्थर था इसलिए हटा नहीं ।दोबारा कोशिश की धीरे धीरे पत्थर थोड़ा सा खिसका और उस किसान ने उस पत्थर को सड़क के साइड कर दिया।
वापस आकर किसान ने जब टोकरी सर पर उठाने की कोशिश की तो उसकी नज़र पड़ी की वहां पर एक थैली थी जिस जगह पर पत्थर था उसने थैली को उठाया खोला और देखा तो उसमें सोने की अशरफियाँ थी और साथ में एक पत्र था जिसमें लिखा था, मैं आपकी परीक्षा लेना चाहता था और देखना चाहता था की, कौन इस मुसीबत के पत्थर को हटाता है और सफलता के पास पहुँचता है। आपकी भी जिंदगी में एक पत्थर रखा हुआ है, आप भी उस पत्थर को हटाने की कोशिश कर रहे हो तो बड़ी अच्छी बात है और आप कोशिश नहीं कर रहे हो तो कोशिश करना शुरू कर दीजिए, आज नहीं तो कल, कल नहीं तो परसों पत्थर ज़रूर हटेगा और वो मिलेगा आपको जो आप चाहते हो।
