लेखक : नतालिया अब्राम्त्सेवा अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक : नतालिया अब्राम्त्सेवा अनुवाद : आ. चारुमति रामदास
भैया के लिए साथ में कभी खुशी कभी गम के आँसू बहाऊँगा। चिंता मत कर जानवर हूँ तो क्या हुआ दिलोजान से फर... भैया के लिए साथ में कभी खुशी कभी गम के आँसू बहाऊँगा। चिंता मत कर जानवर हूँ तो क्...
आकाश को देखो और मुझे बताओ कि तुम क्या देखते हो। आकाश को देखो और मुझे बताओ कि तुम क्या देखते हो।
और इस तरह अंगारों और सितारों में जंग होने लगी। और इस तरह अंगारों और सितारों में जंग होने लगी।
फेल होने का इतनी आदत सी हो गयी थी कि रामसिहं सोचता कि क्या कभी मैं भी पास हो पाऊँगा या फेल होने का इतनी आदत सी हो गयी थी कि रामसिहं सोचता कि क्या कभी मैं भी पास हो पाऊ...
“मैं टुटा तारा, किसी की दुआओं ने मारा, मेरी कुर्बानी किसी की खुशी है, यही मेरी ज़िन्दगी है”। “मैं टुटा तारा, किसी की दुआओं ने मारा, मेरी कुर्बानी किसी की खुशी है, यही मेरी ज...