कहकर प्रिय कैंटीन से बाहर चली गई और सब लोग जोरदार हंस पड़े। कहकर प्रिय कैंटीन से बाहर चली गई और सब लोग जोरदार हंस पड़े।
मैंने सच्चाई को स्वीकार कर लिया है सचमुच पंछी आकाश में उड़ते हैं मनभावन लगते हैं। मैंने सच्चाई को स्वीकार कर लिया है सचमुच पंछी आकाश में उड़ते हैं मनभावन लगते हैं...
अचानक चाँद नाराज हो गया और आईने में फिर से मैं अपने अक्स के साथ अकेले खड़ी थी। अचानक चाँद नाराज हो गया और आईने में फिर से मैं अपने अक्स के साथ अकेले खड़ी थी।
श्रेया और रोहन की "निर्जीव" आँखें अब भी ताक रही थी आकाश को। विशालकाय परिंदे अपने शिकार को खाकर उड़ चु... श्रेया और रोहन की "निर्जीव" आँखें अब भी ताक रही थी आकाश को। विशालकाय परिंदे अपने...
मैंने देखा कि माँ की पसंद का चाँद भी वही है, जो मेरी पसंद का है। वही नीली साड़ी वाला चाँद मैंने देखा कि माँ की पसंद का चाँद भी वही है, जो मेरी पसंद का है। वही नीली साड़ी ...
आज़ाद होकर आज अपने जीवन की यात्रा के लिए निकल पड़ी है ! आज़ाद होकर आज अपने जीवन की यात्रा के लिए निकल पड़ी है !