खुशख़बरी
खुशख़बरी
बहुत दिनों बाद कुसुम को बहुत बड़ी खुशख़बरी मिली थी, उसने गिनती शुरु की, मायके जाने में अब सिर्फ तीन दिन रह गए थे।
खुशी से झुम उठी, मानो की उसे पूरी दुनिया की खुशी मिल चुकी थी। अब से तीन दिनों को बाद अपने घर जाने वाली है, ये सोच सोच कर मन ही मन मुस्कुरा रही थी।