कावेरी खुश
कावेरी खुश
लाख कोशिशों के बाद भी अंशु कावेरी को सौतेली माँ ही समझता था और उसे कभी अपना नहीं मानता था। अंशु के rude व्यवहार से कावेरी बहुत दुखी रहती थी। उसे लगता था रमेश की दूसरी पत्नी बनकर उसने कोई गलती की है। कावेरी की उम्मीद खत्म होती जा रही थी। उन्हीं दिनों अंशु बहुत बीमार पड़ा और कावेरी ने उसकी बहुत सेवा की। बच्चे भी ममता और सच्चे प्यार को समझते हैं। अंशु भी कावेरी के सच्चे प्यार को समझ चुका था। जिस दिन अंशु ने कावेरी को Maa कहकर पुकारा, तबसे कावेरी never felt blue again।

