जीवन साथी [26जून]
जीवन साथी [26जून]
मेरी प्यारी संगिनी,,
जैसे तुम मेरी अंतरात्मा हो, वैसे ही हमारे जीवन साथी, जिनका साथ हमारे मृत्यु पर्यंत रहता है, वे भी हमारे दिल के बहुत करीब होते हैं, जीवनसाथी यूँ ही नहीं बनाते ठाकुर जी, बहुत अहम हिस्सा होते हैं, ये हमारे जीवन का, हमारे सुख-दुख में, हमारा हौसला बढ़ाते हुए, हमें ऊँची नीची डगर पर संभालते हुए, हर वक्त हमारा हिस्सा बने रहते हैं,,
इसीलिए सभी संबंधों में सर्वोपरि माना गया है, पति पत्नी के संबंध को, चाहे सारे रिश्ते नाते छूट जाएं, एक पति पत्नी ही हैं, जो ताउम्र एक दूसरे का साथ निभाते हैं,, दोनों एक दूसरे के पूरक हैं,,,,,,,
आज का "जीवन संदेश"
पति पत्नी के रिश्ते में, विश्वास सबसे अहम भूमिका निभाता है, विश्वास ही है जो दोनों को एक दूसरे से ताउम्र जोड़े रखता है,,,
आज के लिए बस इतना ही, मिलती हूँ कल फिर से, मेरी "प्यारी संगिनी",,,,,
