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Madhavi Sharma [Aparajita]

Others

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Madhavi Sharma [Aparajita]

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कैनवास पर बिखरे रंग

कैनवास पर बिखरे रंग

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कहते हैं कि, जो इंसान दूसरों की ज़िन्दगी में रंग भरता है, उसकी ख़ुद की ज़िन्दगी बेनूर हो जाती है, परंतु फिर भी वो अपना मूल स्वभाव नहीं छोड़ पाता, और अपना काम करता रहता है, चाहे इसके लिए, उसके अपने जीवन का कैनवास, रंगहीन ही क्यों ना रह जाए !!


हेलेन दी मेरे दिल के, बेहद करीब थीं, उनके हँसमुख तथा बिंदास स्वभाव के कारण, मैं उन का तहे दिल से सम्मान करती थी, उनके पतिदेव मिस्टर थॉमस, एक बड़ी सी कंपनी में, CA की पोस्ट पर कार्यरत थे, वे भी एक आकर्षक व्यक्तित्व के साथ-साथ काफी हँसमुख स्वभाव के इंसान थे !!


इवान उनका इकलौता बेटा था, जो उस वक्त ग्रेजुएशन कर रहा था, परंतु कहते हैं ना, कि अच्छे लोगों की ज़रूरत भगवान को भी होती है, एक छोटे से हार्टअटैक ने, थॉमस भैया को हम सभी से छीन लिया !!


हेलेन दी तो जैसे रोते-रोते पागल हो गईं थीं, बामुश्क़िल हम सभी ने मिलकर, उन्हें संभाला था, कंपनी के नियमानुसार कार्यकाल के दौरान, अगर किसी एंपलाई की मृत्यु हो जाती थी, तो उनके बच्चे को उनकी योग्यतानुसार जॉब ऑफर की जाती थी !!


इवान जो कि उस वक्त ग्रेजुएशन कर रहा था, उसने ग्रेजुएट होते ही, क्लर्क के पद पर अपना कार्यभार संभाल लिया, सभी माता पिता का सपना होता है कि, बेटा अगर अपने पैरों पर खड़ा हो गया है तो, शीघ्रातिशीघ्र उसकी शादी करवा कर, एक प्यारी सी बहू घर ले आएं !!


हेलेन दी भी ऐसा ही चाहती थीं, क्योंकि भैया के गुजरने के बाद, वे बहुत अकेली पड़ गईं थीं, उन्होंने सोचा कि अगर घर में बहू आ जाएगी तो, उनका अकेलापन दूर हो जाएगा, परंतु इसके लिए उन्होंने जो कदम उठाया, वो हम सब की कल्पना से परे था !!


उनके घर से कुछ ही दूरी पर, एक अनाथालय था, जहाँ वे थॉमस भैया के साथ अक्सर जाया करतीं थीं, सहायतार्थ कुछ राशि प्रदान करने के लिए, उन्होंने उसी अनाथालय के, संस्थापक को फोन करके, किसी विवाह योग्य युवती के बारे में तहकीकात की, कुछ दिनों के भीतर ही संस्थापक महोदय ने फोन करके, उन्हें एक नवयुवती, सोफिया के बारे में जानकारी मुहैया कराई !!


हेलेन दी ने सप्ताहांत में, बेटे इवान के साथ जाकर सोफिया को देखा, और उसी वक्त उसके हाथों पर शगुन का रुपया रख दिया, फिर अगले रविवार को ही चर्च में शादी की तारीख भी तय कर दी गई!!


ये सब इतनी जल्दबाज़ीे में हुआ था कि, किसी को कुछ सोचने समझने का मौका भी नहीं मिला, हेलेन दी ने अपने किसी दोस्त या रिश्तेदार से इस बारे में कोई राय मशविरा भी नहीं किया, शायद उन्होंने इसकी ज़रूरत महसूस नहीं की थी, उन्हें अपने निर्णय पर पूरा भरोसा था !!


शादी बहुत ही सीधे सादे ढंग से, चर्च में संपन्न हो गई, बहु सोफिया साधारण शक्लो सूरत की थी, परंतु उसके चेहरे पर एक सादगी थी, जो सभी मेहमानों को लुभा रही थी, शांत सौम्य इवान के बगल में, सफेद गाउन पहने, सादगी की मूरत बनी, दुल्हन सोफिया को देखकर, सभी को ऐसा लग रहा था कि, सास बहू की अच्छी जमेगी !!


कुछ दिनों तक तो सब ठीक-ठाक रहा, हेलेन दी में मेरे यहाँ आना भी, कम कर दिया था, मुझे ये सोच कर ख़ुशी हुई कि, अब उन्हें बहू के रूप में, एक साथी मिल गया है, लेकिन उसके बाद जो हुआ उसे सुनकर, तो सभी सकते में आ गए!! 


महीना बीतते ना बीतते, सोफिया के चीखने चिल्लाने की आवाज़ें, बाहर तक आने लगी, वो अपनी सासू माँ से बहुत बदतमीज़ी से बातें करती, शांत स्वभाव वाली हेलेन दी और इवान का, उसे संभालना मुश्किल हो रहा था!!


दो महीनों के भीतर ही, आदतानुसार हेलेन दी ने, फिर से एक ऐतिहासिक फैसला लिया, बिना किसी से पूछे और बिना किसी को बताए बग़ैर, उन्होंने उसी अनाथालय को, अपना आलय बनाने का निर्णय ले लिया, जहाँ से वे बहु सोफिया को लेकर आईं थीं !!


शायद उन्होंने, कभी सपने में भी ये नहीं सोचा होगा कि, अनाथालय में बहु सोफिया द्वारा, रिक्त किए गए स्थान की पूर्ति, भविष्य में उनके द्वारा की जाएगी, भविष्य के गर्भ में क्या छुपा है, ये हममें से कोई नहीं जानता !!


इवान चाह कर भी, अपनी माँ को लौटा कर घर नहीं ला पाया, हम सब भी गए थे उनसे मिलने और समझाने के लिए, वे निर्विकार भाव से हम सब से मिलीं, उनकी सूनी आँखों के आँसू, तो न जाने कब के सूख चुके थे, परंतु होठों पर मंद मंद मुस्कान थी !!


शायद उन्हें, उनके जीने की वज़ह मिल गई थी, अनाथ बच्चों के बीच रहकर उन्होंने, स्वयं को अनाथ होने से बचा लिया था, क्या ये उनका प्रारब्ध था, या कुछ और, आज भी उनके बारे में सोच कर आँखों का कोना नम हो जाता है !!


इवान हर रविवार को उनसे मिलने जाता है और उन्हें उनके पसंद की, ढेर सारे स्नेक्स, तथा खाने-पीने की वस्तुएं, डब्बा भर कर दे आता है, हेलेन दी चुपचाप रख लेती हैं, परंतु अपने बेटे से भी ज़्यादा बातें नहीं करतीं हैं, शायद उन्हें प्रेम और मोह के बीच का अंतर समझ में आ गया है !!


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