हम तुम मिले
हम तुम मिले
हम तुम मिले दिल हैं खिले
कैसे मुझे तुम हो मिले
ये जो हुई हैं बात जो
उस से मिले दिल हैं खिले
तुम ग़ैर थे मेरे लिये
जाने न कैसे दिल जुड़े
मुहब्बत ऐसी हो गई हैं
अब ना मुझे हैं चैन मिले
आ जाए तू तो मैं खुश हूं
मुस्कान हैं लब पे खिले
इऱफान हैं तेरा मजनु
देख कर तुझे वो हैं हँसे।

