हॅप्पी होली !
हॅप्पी होली !
क्या बात है तू अभी तक सो रहा है ! अरे उठो बच्चा आज होली है तू तो होली का कब से इंतजार कर रहा था और आज सो रहा है अबतक हष कहते हुए सुमि ऋषि को जगाने लगी गुदगुदी करके रोज की तरह लेकिन ये क्या आज खिलखिलाने के बजाय सिसक रहा था सुमि एकदम हैरान कि क्या हुआ ऋषि को ? उसने पूछा तो और फफकने लगा सुमि ने उसे अपनी बाहों भर कर सीने से लगा लिया ! पीठ पर प्यार से हाथ फेरते हुए पुचकारने लगी - क्या हुआ मम्मा को नहीं बताओगे ?
मम्मा मेरा फाल्ट नहीं था बात रिया कर रही थी तो मैंने उसे चुप रहने को बोला और मॅडम ने मुझे ही पनिश कर दिया सबके सामने क्लास में खड़ा कर दिया बाद में सारी क्लास मुझे चिढ़ा रही थी इसलिए मुझे बहुत खराब लग रहा है ! फिर मैडमने हॅप्पी होली बोला था सबने मैडमको भी हॅप्पी होली बोला लेकिन मैंने नहीं बोला तो बाद में मुझे बहुत गिल्ट लगा जब मैडमने मुझको पूरी क्लास के सामने अलग से हॅप्पी होली बोला तब से मुझे बहुत खराब लग रहा है !
बस इती सी बात ! परसों जब स्कूल जाओगे तो पूरी क्लास के सामने पहले मैडमको साॅरी बोलना और फिर हॅप्पी होली ! अब जाओ होली खेलने तुम्हारे पापा ने रंग भी घोलकर रखे हैं तुम्हारी पसंद की ऑनलाइन पिचकारी भी कल ही मंगा ली थी !
बताया क्यों नहीं ?
सरप्राइज ! बुरा न मानो होली है कहते हुए सुमि ने ऋषि को रंग लगा दिया तो उसने भी सुमि को लगाते हुए ज़ोर का ठहाका लगाया इस ठहाके में उसके पापा भी शामिल हुए साथ ही गुप्ता अंकल आंटी और रिया भी आ गए रंग-बिरंगी मस्ती भरी हो होली मुबारक चलो सब बाहर चलकर सबके साथ खेलते हैं ! ऋषि चल जल्दी से हम दोनों चलते हैं भिगोते हैं, सराबोर करते हैं रंगों से रिया ने हाथ पकड़कर बाहर की तरफ़ खींचा !