गंगा स्नान
गंगा स्नान
शिल्पा नई नई दुल्हन बनकर ससुराल आई। सास ने अच्छी सी चौघडी देखकर गाड़ी से नीचे उतारा। गाजे बाजे के साथ घर में प्रवेश कराया ....।
दो-चार दिन बाद शिल्पा के पति महेश को बिजनेस के सिलसिले में दुबई जाना पड़ा ...। कुछ दिन बाद लौटा।
अगले ही दिन सुबह चाय की चुस्कियाँ लेते हुए माताजी बोल पड़ी।
देख रे महेश मुझे अब पोता चाहिए, ये घर सूना सूना अच्छा नहीं लगता। बेटे ने गर्दन हिलाकर हामी भरी। अब शाम को महेश ने शिल्पा को फटकार लगा दी। तुमने सुन लिया माँ ने क्या कहा है। उसकी इच्छा पूरी नहीं हुई तो तेरी खैर नहीं। पोता होने पर उत्सव के साथ 101 गाँव
के ब्राह्मणों को खाना खिलाएगी।। अपना सा मुँह बनाकर शिल्पा कुछ न कह सकी।
रोज रोज के ताने सुनकर शिल्पा के चेहरे से हँसी तो मानो उड़ सी गई थी। इस तानों के चक्कर में कब एक साल निकल गया पता ही न चला। सास ने अब बाबाओं के चक्कर लगाने शुरू कर दिए थे ....। किसी ने बताया कि झांसा बाबा एक रात गंगा स्नान कराता है उसे शर्तिया बेटा होता हैं। सास ने शीघ्र ही हामी भर दी, पतड़ा देखकर मुहूर्त निकाला गया। जब ये बात शिल्पा को पता चली तो उससे रहा न गया
और बोल पड़ी .... माताजी आप अपने बेटे का चेकअप करा लेती तो ....इतना सुनते ही सास का गुस्सा मानो सातवें आसमान को छू गया। जो भी गुस्सा था पूरा उतार दिया ...। जो मन में था बोल दिया, शाम को बेटे को बहका दिया। जो कसर रह गई थी वो बेटे में पूरी कर दी ....।
दो दिन बाद सास शिल्पा को लेकर बाबा के पहुँची। बाबा ने बताया कि इसे कालसर्प दोष है। कल तक इसका 12 संतों के द्वारा गंगा स्नान कराया जायेगा। आप कल सुबह आकर ले जाना, सामग्री के पैसे पंडित जी को जमा करा जाओ...। अगली सुबह सास शिल्पा को लेकर घर आ गई। और बोली.. तू आराम कर मैं अभी मिठाई लेकर आती हूँ। अब जल्द ही मेरी मनोकामना पूरी होने वाली हैं ...।
सास पास ही बाजार से मिठाई लेकर आई ..तब तक शिल्पा अपने कमरे में फंदे से झूल चुकी थी। उसका गंगा स्नान जो हुआ था ...........
दो साल बाद आज पड़ोस में फिर एक सविता को झांसा बाबा के पास ले जा रहे हैं ... गंगा स्नान कराने।।
