मैं अपने रास्ते चला जा रहा था । बहुत धूप थी ,प्यास से गला सूख रहा था । बैग में हाथ डालक मैं अपने रास्ते चला जा रहा था । बहुत धूप थी ,प्यास से गला सूख रहा था । बैग में ह...
तुम्हारे दादा जी की तरह मैं अभी छोटी हूँ। लेकिन कभी ना कभी तो सफेद हो जायेंगे तुम्हारे दादा जी की तरह मैं अभी छोटी हूँ। लेकिन कभी ना कभी तो सफेद हो जायेंगे
बई में हुए बम विस्फोट ने उनके बुढ़ापे का सहारा छीन लिया था बई में हुए बम विस्फोट ने उनके बुढ़ापे का सहारा छीन लिया था
उस दिन बंद दरवाज़ा खुलवाकर किन्नर बच्ची को आखिर आशीर्वाद दे ही गए और शकुन्तला देवी ख उस दिन बंद दरवाज़ा खुलवाकर किन्नर बच्ची को आखिर आशीर्वाद दे ही गए और शकुन्तला दे...
"पंडित जी...कभी कभी ज़िंदा रहने को कुछ गलतफहमियाँ ज़रूरी होती हैं।" "पंडित जी...कभी कभी ज़िंदा रहने को कुछ गलतफहमियाँ ज़रूरी होती हैं।"
पेट पर खुदबखुद हाथ चला गया अपने बच्चे को आशीष देते जुग-जुग जीओ ओर फिर दोनों हाथ जुड़ गए आसमान की ओर। पेट पर खुदबखुद हाथ चला गया अपने बच्चे को आशीष देते जुग-जुग जीओ ओर फिर दोनों हाथ ...