एक फैसला

एक फैसला

3 mins
287


पार्थ स्कूल से आया, तो पायल ने जल्दी से उसे खाना दिया और तैयार होने के लिए बोला क्यूंकि, आज उसके चाचा की बेटी सान्या को लड़के वाले देखने आ रहे थे। पायल को सान्या से बहुत लगाव था इसलिए वह थोड़ी उत्साहित भी थी और थोड़ी डरी हुई भी थी।


सान्या सुन्दर और पढ़ी लिखी थी। लड़के वालों को सान्या पहली नज़र में ही पसंद आ गयी। सान्या के घर वालों को और सान्या को भी लड़का पसंद आ गया। उनका रिश्ता पक्का हो गया। साथ-साथ उनका रोका भी हो गया। लड़के का नाम प्रतीक था और उन लोगों का एक हॉस्पिटल के पास मेडिकल स्टोर था। प्रतीक के पापा और उसका बड़ा भाई सब का काम साथ में ही था। प्रतीक की दो बहनें भी थी, जिन में से एक की शादी हो चुकी थी।


पायल सान्या के लिए बहुत खुश थी। तीन महीने बाद सान्या की शादी थी। पायल भी सान्या की शादी के लिए बहुत उत्साहित थी इसलिए उसने अभी से अपने कपड़े, बच्चों के कपड़े और पतिदेव के कपड़े खरीदने शुरू कर दिए। शादी को एक महीना ही रह गया था, तभी एक दिन पायल की चाची ने पायल को बताया कि उन्होंने सान्या और प्रतीक का रिश्ता तोड़ दिया है। सुनकर पायल को बहुत अचम्भा हुआ उसने पूछा, "कब, क्यों?” उसकी चाची ने फोन सान्या को दे दिया।


सान्या ने कहा, “दीदी हम सब को लगा प्रतीक अपने काम में कुछ ज़्यादा ही व्यस्त रहता है। दो महीने में उसने मुझे मुश्किल से 5-7 बार ही फोन किया होगा और जब मैं उसे फोन करती थी, तो कभी कह देता था, अभी शॉप पर हूँ। रात के दस बजे फोन करो तो कह देता, अभी-अभी घर आया हूँ, खाना खा रहा हूँ। सुबह नौ बजे फोन करो तो जवाब मिलता, अभी शॉप के लिए निकल रहा हूँ, मैं जाऊंगा तो भैया नाश्ता करने घर आयेंगे। दो-चार बार प्रतीक की मम्मी या भाभी से बात की तो वह यह कह कर फोन रख देती थी की, अभी खाना बना रहीं है। उनके घर में दिन में सब एक-एक कर के खाना खाने आते है। उन्होंने अपनी शॉप का टाइम सुबह 8:00 बजे से रात के 10:00 बजे तक का रखा हुआ है।”


सान्या ने कहा, "मैंने यह सब जब मम्मी को बताया तो मम्मी ने प्रतीक की मम्मी से बात की। उन्होंने कहा, देखिये सान्या को समझा दीजिये बार-बार प्रतीक को फोन न करे और न ही मिलने को कहे। हमारे यहाँ शादी से पहले लड़के-लड़की का मिलना पसंद नहीं किया जाता। हमारे घर में पूरे दिन काम चलता रहता है। क्यूंकि शॉप पास में होने की वजह से सब घर पर ही एक-एक करके नाश्ता और खाना खाने आ जाते है। उन्होंने आगे कहा, प्रतीक के पापा को दूकान पर प्रतीक के पास किसी का फोन आना और फालतू की बात करना पसंद नहीं है। रात को सब इतना थक जाते है की 11:00 बजे तक सब सो जाते है। मुझे अगर कोई बात कर रहा हो तो नींद नहीं आती इसलिए रात को किसी को देर तक बात करने की इज़ाज़त नहीं है।”


सान्या ने रोते हुए कहा, "मम्मी-पापा को लगा वो घर है या कैद खाना। इसलिए उन्होंने यह रिश्ता तोड़ दिया। सब हमारी मज़ाक बना रहे है पर मम्मी ने कहा, ज़िन्दगी भर रोने से तो एक बार रोना ही सही है।”


सान्या ने बड़ी मासूमियत से कहा, "दीदी अब तो कोई मुझसे शादी भी नहीं करेगा, क्यूंकि सबको लगेगा मुझ में ही कोई कमी होगी।”


पायल ने उसे समझाते हुए कहा, "अच्छा ही हुआ, जो तेरा रिश्ता टूट गया। क्या फायदा ऐसे लड़के से शादी करने का जिसके पास अभी से ही तेरे लिए समय नहीं है। तू घबराती क्यों है, तू तो इतनी प्यारी है।तुझे प्रतीक से भी लाख गुना अच्छा लड़का मिलेगा!”


और वाक़ई कुछ समय बाद सान्या की शादी आकाश से हो गयी। आकाश बहुत ही खुले दिल वाला और बहुत ही समझदार लड़का था। जिसके साथ सान्या बहुत खुश थी।


Rate this content
Log in

Similar hindi story from Drama