एक कहानी
एक कहानी
एक समय की बात थी। एक राजेश नाम का युवक जो कॉलेज की पढ़ाई कर रहा था, घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। उसकी मुलाकात कॉलेज की लड़की नताशा से हुई वह लड़की कॉलेज मे उर्तीण आने वाली लड़की थी, वह लड़की लड़को मे ज्यादा मशहूर थी।
ऱाजेश को उसकी खूबी बहुत पसन्द आई, वह नताशा अमीर भी थी। राजेश तो गरीब था घर की जिम्मेदारी उसके हाथों में थी।
नताशा को पढ़ाई के साथ -साथ खुला खर्चा करना पसंद था।
राजेश नताशा को गर्लफ्रेंड बनाना चाहता था, वह नताशा को वह पूरे कॉलेज के आगे मेल-जोल का प्रस्ताव रखता पर यह प्रस्ताव नताशा को अच्छा नहीं लगा। उसने मना कर दिया।
नताशा बोली- शक्ल देखी हैं अपनी आईने में, मैं तुम्हें पसन्द करूँगी !
राजेश बोला- कोई नहीं वक्त बताऐगा।
राजेश ने अच्छे नंबरो से कॉलेज की शिक्षा खत्म कर ली।
उसने कॉलेज के बाद नौकरी की, वह अनुभवी होता गया और धीरे -धीरे आर्थिक स्थिति भी ठीक होने लगी और उसने अपना व्यवसाय खोलने का निर्णय कर लिया।
वह राजेश अपनी मंजिल के करीब था, अब उसके घरवालों ने उसकी शादी करने का निर्णय करा लेकिन जब राजेश ने फोटो देखी तो मना कर दिया क्योंकि वह नताशा थी जो लड़की ढूँढी थी। उसने सारी बात घरवालों को बताई और उन्होने उसकी शादी किसी और से कर दी।
जवाब- आप ये बताए नताशा को मना करके राजेश ने सही किया या गलत !