दोहरी मार
दोहरी मार
भिखारी जब भी भीख माँगने आता दस रुपये भीख में पाकर बड़ा खुश हो जाता। जाते जाते दुआओं की फुलझड़ी लगाता जाता। भगवान तुम्हें ज्यादा दें तुम्हारे बच्चे जीए, फूलो फलो, खुश रहो। उस दिन आठ रुपए भीख में दिए तो बोला आज पैसे कम क्यों मैंने कहा बीस प्रसेंट जी एस टी काट कर दिए है। पता नहीं कितनी दूर तक बड़बड़ाता गया। आपने भी जी एस टी काट ली। समान लेने पर भी जी एस टी कटेगी। मुझे तो पड़ गई न दोहरी मार।