धोखा और सीख
धोखा और सीख
धोखा क्या होता है ?
धोखा वो होता है जो सच्चा इंसान निभाता है झूठा इंसान जीत जाता है प्रेम हमें होता है या अपने आप हो जाता है प्रेम हमें अपने आप हो जाता है ये वो नहीं जिसमें बोल कर कहे की तुम प्रेम करो हम भी प्रेम देगे तुम भी दो। धोखा देने वाला अगर तुमको धोखा दे तो तुमको अक्ल आ जाती है और लंबे समय रहने के बाद तब धोखा दे तो आपकी मूर्खता समझ आती है। प्रेम को अगर देखना है तो कहानी और किस्से में देख सकते है असल जिंदगी अलग ही होती हैं। अगर धोखा देने वाला अगर आपके मुंह पर बोल दे आप समझदार होते है और पीठ पीछे वार करने वालो से भी बच जाते हैं।
आजकल प्रेम कम मूर्खता ज्यादा फैल रही है। धोखा देना सही है और धोखे में रहना गलत है। धोखा आपको कुछ दिन रुला कर आपको समझदार बनाता है. धोखा कोई रोजी रोटी नहीं जो हर बार खाओगे एक बार खाओगे उसी वक्त आप समझदार बन जाओगे।
किसी के पीछे इतना ना भागो धोखा कम बदनामी आपका नसीब खराब कर दे।
प्रेम करने वाला साथी सच्चा होना चाहिए बेवकूफ तो हर कोई बना रहा है।