छोटी सी भूल
छोटी सी भूल
एक गांव में 5 दोस्तों का समूह तथा उसमें से एक दोस्त उसका नाम संजय था।
वह अपने दोस्तों के साथ रहते रहते हैं अचानक अपने नए दोस्त बना लिए था और उनके साथ उसने नशा करना शुरू कर दिया था उसके दोस्तों ने उसे उसके पुराने दोस्तों को समझा कि नशा नहीं करना चाहिए।
यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है लेकिन लेकिन उसने अपने पुराने दोस्तों की बात नहीं मानी और नये दोस्तों के साथ हुआ नशा करता रहा.
एक समय ऐसा गया था कि वह नशे का आदी हो चुका था लेकिन अंत में जब तक ना तब उसे अपने पुराने दोस्तों की बात याद आई कि नशा नहीं करना चाहिए और इस तरह उसने अपने उन दोस्तों को और नशे की लत दोनों को छोड़कर वापस सही रास्ते पर आ गया।
इसीलिए कहा गया है कि अगर सुबह का भूला शाम को घर आ जाए तो भुला भुला नहीं होता है।