छनकती पायल
छनकती पायल
भीखू बहुत थक गया था, फिर भी माल की बोरियां उठाये जा रहा था।
मालिक ने बोला-- भीखू तुम बहुत थक गये हो, कल दीपावली भी तो है। घर जाओ, तैयारी करो। बस मालिक दो बोरी और। मिनी बिटिया की पायजेब के लिये 50 रूपये कम है। नन्ही सी मिनी बिटिया ने तोतले मुंह से कहा था-- बाबा हमतो भी पायदब ला दो। छन छन वाली। मालिक की दुकान पर एक बोरी के 25/- मिलते थे। मालिक ने तुरंत 500 रूपये निकालकर भीखू के हाथ पर रख दिये। भीखू तुम पांच साल से पूरी ईमानदारी और मेहनत से मेरी दुकान पर काम करते हो। तुम मेरे परिवार की तरहा हो, तुम्हारी मिनी हमारी भी बेटी है। ये रूपये रखो जाओ मिनी बिटिया के लिये पायजेब, कपड़े और मिठाई लेते जाना।
भीखू को खुशी से छन छन पायल छनकाती, फुदकती मिनी दिखाई देने लगी। होठों पर मुसकान लिये भीखू के कदम तेजी से बाजार की ओर मुड़ गये।