बटेश्वर के 200 मंदिर
बटेश्वर के 200 मंदिर


मध्यप्रदेश के बटेश्वर में दो सौ से भी अधिक मंदिर पाये गये हैं जिनकी ज्यामिति और वास्तु शास्त्र को देख कर आंखे खुली रह जाएंगी। इनका निर्माण आज से हजारों वर्ष पूर्व हुआ था,खजुराहो के मंदिरों के बनने से भी लगभग तीन सौ वर्ष पूर्व।इन मन्दिरों का निर्माण गुर्जर प्रतिहार, सूर्यवंशी शासकों द्वारा कराया गया था।वे स्वयं को सूर्यवंशी लक्ष्मण का वंशज मानते थे।
यह मंदिर ग्वालियर से लगभग साठ-सत्तर किलोमीटर दूर चंबल के घने जंगलों के मध्य स्थित हैं। इनका निर्माण नवमी -दसवीं सदी में हुआ था।
इनमें से अधिकांश मंदिर महादेव शंकर के हैंं, कुछ भगवान विष्णु के भी हैं। इन मंदिरों में हनुमान जी की एक ऐसी भी प्रतिमा है जिसमें वे अपने पैरों से कामदेव और रति को कुचलते हुए दिखाई देते हैं।भारतवर्ष में संभवतः कहीं भी अन्यत्र इतने मंदिर एक साथ नहीं दिखते हैं।ये सभी मंदिर खंडहर हो चुके थे और डाकूओं की शरण स्थली बन गये थे
इनका जीर्णोद्धार अत्यंत ही कठिन था।मगर डाकू निर्भय सिंह गुर्जर के सहयोग से यह अद्भुत स्थान अपने मौलिक स्वरूप में आ सका।