ब्लैक एंड व्हाइट
ब्लैक एंड व्हाइट
माधव तुम अगर मेरे साथ लड़की देखने नहीं आओगे तो ... तो, तुम जानते हो ना मैं अकेला पड़ जाऊंगा और फिर घबराहट में बात ही ना कर पाऊं शायद। सोनू ने अपनी तकलीफ़ माधव को फिर से याद दिलाते हुए कहा था।
यार " सोनू तुम भी हद करते हो। कबतक यूं शर्मिले बने रहोगे बताओ। आखिर! शादी करने का मन बना ही चुके हो तो अब क्या घबराना, क्या हिचकिचाना मेरे यारा। और तुम तो जानते हो मैंने और तुम्हारी भाभी अंकिता ने दो महीने पहले से जयपुर घूमने की सारी तैयारी कर रखी है। सारी बुकिंग भी हो चुकी है। ऐसे में कैंसल करूंगा तो अंकिता नाराज़ होगी सो अलग, पैसे भी डूबेंगे मेरे। भाई सोनू इस बार तुमको अकेले ही सब सम्भालना होगा। अब तो मेरी इतने दिनों की मेहनत भी तुम्हारे साथ है, तुम बिल्कुल मत खुदको कमतर सोचो सोनू यारा। मुझे यकींन है तुम बखूबी अपने स्वभाव और समझदारी से सब बेहतर बना लोगे। माधव ने सोनू को हौसले भरे शब्दों से नवाज़ा और बाए कहकर चलता बना।
दस दिन बाद
"हैलो! सोनू यारा कैसे हो ? शादी से मना क्यों कर दिया तुमने ? " माधव दूसरी तरफ था फोन पर।
"मेरे दोस्त, मेरे यार तुम आ गए गुलाबी शहर घूमकर ।अच्छा तो रहा ना सफ़र ।"
" मिलोगे तब सारी बात बताऊंगा। बोलो आ रहे हो पूराने अड्डे पर अपने।"सोनू ने माधव को मिलने पर बताने की बात करके फोन रख देता है।
अगले दिन दोनों दफ्तर के बाद मिलते हैं अपनी पसंदीदा रेस्टोरेन्ट में।
बीयर गटकते हुए माधव ने फिर पूछा सोनू से" अब तो बताओ क्यों पसंद नहीं आई लड़की। पढ़ी- लिखी तो खूब थी। घर परिवार भी उसका अच्छा और मान दान करने वालों में से था। फिर, भी शादी से तुम इंकार कर आए। यारा! बताओ वजह मुझे अब।
चेहरे पर मुस्कान सजाए सोनू ने गर्व से माधव को बताना शुरु किया।
यार ! माधव, तुमने कहा था सिर्फ रंग - रुप देखकर हां मत कर देना। सबकुछ देख सम्भाल कर फैसला लेना । मैंने वही किया माधव यारा। किसी बात की कमी नहीं थी यार। वो खुबसूरत भी थी और संस्कारी भी और पढ़ी लिखी तो हमारे घर में उतनी कोई लड़की नहीं है जहाँ तक मुझे पता है।
मुझे एक ही बात खटकी जिसके कारण मैंने शादी से मना कर दिया वो कारण था उसकी पसंदीदा रंग । जानते हो माधव उसका पसंदीदा रंग था " ब्लैक एंड व्हाइट " । उससे शादी करता तो मेरी शादीशुदा जिन्दगी भी ब्लैक एंड व्हाइट बन जाती। और मैंने तो रंगीन सपने सजा कर रखे हैं फिर कैसे हां कर देता यारा।
सोनू ने आगे हंसते हुए " अपनी फोटो भी ब्लैक एंड व्हाइट सलवार कमीज़ में भेजी थी और मिलने जब गया था तब भी उसने ब्लैक एंड व्हाइट साड़ी पहने हुए थी। यार मैं तो बच गया वरना उससे शादी हो जाती तो कमरे की दीवारें व्हाइट होती और परदे ब्लैक। पेंटिग्स भी ब्लैक एंड व्हाइट और सोफा भी ब्लैक एंड व्हाइट कवर और कुशन के साथ होता।
सब सुनकर माधव ने कहा " यारा तुम्हारी जिन्दगी तो चेस बोर्ड बनने से बच गई। हाहाहाहा..
दोनों ठहाका लगाकर हंसने लगते हैं।