बहती गंगा
बहती गंगा
कल एक नेता जी आए कहने लगे भैया ध्यान रखना, वोट हमको ही देना और कोई काम हो तो बताना।
पड़ोसी पंडित जी भी बड़े चालू निकले, तपाक से बोल पड़े, साहब ये कालोनी के बोर में पानी खत्म हो गया, पानी की बड़ी दिक्कत है।
नेता जी बोले पहले क्यों नहीं बताया ? कब का काम हो गया होता।
अगले दिन नेता जी ने बोरिंग मशीन भेज दी और कॉलोनी की पानी की समस्या हल हो गई ।
पर ये क्या पंडित जी तो सिर पकड़ कर बैठ गए। बोले काश कॉलोनी की रोड़ की बोल देता।
मैंने कहा पंडित जी दुखी क्यों होते हो ? कल दूसरी पार्टी के प्रत्याशी भी तो आएँगे।