बेटी नहीं तो बहू भी नहीं
बेटी नहीं तो बहू भी नहीं
एक बार की बात है किसी गांव में राम अवतार और उसका परिवार रहता था। मध्यम वर्गीय परिवार था। परिवार में चार सदस्य थे। बूढ़े मां बाप और पति पत्नी।
नई नई शादी हुई थी कुछ ही महीने हुए थे। राम अवतार की पत्नी गर्भवती हो गई। उसकी मां डॉक्टर के पास ले गई। जैसा की आप सभी जानते हैं सभी लड़के को महत्व देते हैं परन्तु जांच में लड़की आई।
गर्भपात करवा दिया। ऐसा करते हुए गर्भ में चार कन्याओं को मरवा डाला। जब पांचवीं संतान गर्भ में आई तो बहू ने हिम्मत दिखाई और गर्भपात नहीं होने दिया।
घर में लक्ष्मी आई वो लड़की बड़ी होकर डॉक्टर बनी। दादा दादी का मान बढ़ाया। तब लड़की ने सबको समझाया.....
ऐसे ही भ्रूण हत्या करवाओगे तो बहू कहां से लाओगे। अंत में मैं यही कहूंगी बेटियां हैं देश की शान कभी न करना इनका अपमान।
