बच्चों से ही संसार है
बच्चों से ही संसार है


बच्चों से ही संसार है
इससे ही मुस्कुराता घर द्वार है
ये ही हैं भविष्य हमारे
इन्हीं से ही रौशन देश हमारा,
तुम हीं हो माता पिता के नए तारे
छोटे- छोटे नन्हें मुन्हें- प्यारे-प्यारे ,
तुम से खिलतीं कलियां प्यारी
तुम ही रोशन दुनियाँ हमारी
तुम विद्यालय की शोभा हो
तुम विद्यालय की आस हो
नेक राह पर सदा ही चलो
पढ़-लिख कर तुम अपनी मंज़िल पाओ
विश्व में अपनी तुम पहचान बनाओ
नित्य कर्म पथ पर चलते रहो
उज्जवल हो भविष्य तुम्हारा
इति आशीष सदा रहे हमारा।