आत्मविश्वास
आत्मविश्वास
‘तुम मेरी जरूरतों को पूरा करना और बदले में मैं तुम्हें खाना पीना और सुरक्षा दूंगा।’ आदमी ने औरत से कहा और वह खुशी खुशी उसके संग चल दी।
‘ठीक है, बदलते समय के साथ तुम्हें घर से बाहर निकलकर मेरी तरह नौकरी करने में कोई दिक्कत नहीं है।’ आदमी ने औरत से कहा और उसने सिर झुकाकर खुशी-खुशी सुन लिया।
‘मैं तुम्हें खाना-पीना, सुरक्षा और मन की करने की आजादी दे रहा हूं लेकिन तुम मेरी जरूरतों को नहीं सम्हाल पा रही हो।’ आदमी ने शिकायती स्वर में औरत से कहा।
‘बदलते समय के साथ अपनी जरूरतों को खुद भी सम्हालना सीखों। अपने पेट भरने का सामान जुटाना और अपनी सुरक्षा करना मैंने घर की चारदीवारी से बाहर निकलकर सीख लिया है।’ औरत ने कहा और बदलते समय के साथ आदमी ने अपनी जरूरतों को कम करना सीख लिया।