योग्यता आती है मुश्किल चुनौती
योग्यता आती है मुश्किल चुनौती
धर्मेण धार्यते धरा
कर्में सृज्यते धरा
सत्य पूज्यते सर्वदा
वीर भोग्यते वसुंधरा
पग बढे जब कर्म पथ पर
लक्ष्य बस है कृति रथ पर
बाण जब कर पर साध अब
साक्षत्कार लक्ष्य का होगा कब
गठरी सुखों का भाग्य से
राजयोग मिले सौभाग्य से
पहचान मिले जनम से
कृति मिले बस करम से
साहस से लक्ष्मी मिले
उद्यानों में पुष्प खिले
धन से मिले समृद्धि,
ज्ञान से खुलती है बुद्धि
दीप जलाते है घृत से.
प्रेम फैलता है प्रीत से
उत्साह बढ़ता है जित से
मनुष्य बंधा है रीत से
पाषाण आकर बदलते हैं
औजारों के प्रहार से,
अग्नि उत्पन होती है
पत्थरों के टकरार से
परिपक्ता मिलती
लड़कर लड़कर हार से।