यह रिश्ते भी अजब होते हैं
यह रिश्ते भी अजब होते हैं
रिश्ते बनते दिल से दिल मिलने के बाद, कभी जन्म से
रिश्ते ..कभी ख़ुशनसीब, तो कभी बदनसीब !...
खून के रिश्ते .. दिल के रिश्ते, बस नाम के रिश्ते !
यह रिश्ते भी अजब होते हैं !...ग़जब कहर ढाते हैं !
मानो तो सबसे अच्छे बेहद ज़रुरी हैं तरक्की के लिये !
न मानो तो रिश्ते नहीं निभाते अपना धर्म दिल से कभी ...
रिश्ते बिगड़ते हैं गैर जिम्मेदाराना हरकत से, कभी स्वार्थ से! ...
यह रिश्ते भी अजब होते हैं !...ग़जब कहर ढाते हैं !
रिश्तों को निभाना मुश्किल ही सही पर मुमकिन नहीं !
बस दिल में खोट न होना ! उनके प्रति सहृदयता होनी चाहिये !
जाने क्यूँ खून के रिश्ते से बढ़कर, दिल के रिश्ते असरदार होते हैं !
यह रिश्ते भी अजब होते हैं !...ग़जब कहर ढाते हैं !
शायद इसलिये कि, खून के रिश्ते होना जन्म से तय है !
और दिल के रिश्ते ज्यादातर सोच समझ के किये जाते हैं !
खून के रिश्ते मर्ज़ी से हो या मर्ज़ी के खिलाफ निभाना पड़ता हैं !
यह रिश्ते भी अजब होते हैं !...ग़जब कहर ढाते हैं !
सच्चे रिश्ते दोस्त ,प्रीत , या हो खून का रिश्ता मर्ज़ी के बिना नहीं टिकता !
रिश्ते आपसी मतभेद, बनाव से , स्वार्थ के वजह से बेवक्त टूट जाते हैं !
मजबूत इरादे, सच्चे दिल से निभाये तो रिश्ते .. जिंदगी भर साथ देते हैं !
यह रिश्ते भी अजब होते हैं !...ग़जब कहर ढाते हैं !
