ये मौसम भी जाएगा
ये मौसम भी जाएगा
यूँ दायरों में सिमटे रहना
यूँ चौखट पे उलझे रहना
एक दिन बाहर भी आएगा,
न घबरा प्यारे..
ये मौसम भी जाएगा ।
दुख की रात भी मिटेगी
सुख की धूप भी खिलेगी
सवेरा नया फिर आएगा ।
न घबरा प्यारे...
ये मौसम भी जाएगा ।
पग की सांकल है हटने को
नीरस घड़ी है अब छंटने को
गुलजार वक्त तब दिखलाएगा
न घबरा प्यारे...
ये मौसम भी जाएगा ।
बिखरे हो सपने तेरे लाख
पर न गिरने दे अपनी साख
पतझड़ हुआ बसन्त आएगा ।
न घबरा प्यारे...
ये मौसम भी जाएगा ।
चारों ओर होगी चहल पहल
करवट लेगी वक्त की हलचल
घनघोर समय अब टल जाएगा ।
न घबरा प्यारे...
ये मौसम भी जाएगा ।
जीत सुनिश्चित यही हो आस
न टूटे कभी अपना विश्वास
जग फिर जगमग हो जाएगा ।
न घबरा प्यारे...
ये मौसम भी जाएगा ।