ये दिल कर रहा तेरा इंतज़ार है
ये दिल कर रहा तेरा इंतज़ार है
आज माहौल बड़ा शांत और उदास है
न तो तू और न तेरा साया मेरे साथ है
तू क्या जाने क्या मेरा हाल है
ये दिल पल-पल
कर रहा तेरा इंतज़ार है !
भोर हुई, चारो ओर लालिमा है छाई
तम रूपी अँधेरे को दूर कर
मन में आशा की नई किरण है आई
फिर भी ये दिल क्यों कर रहा
निशा का इंतज़ार है ?
तू क्या जाने, क्या मेरा हाल है !
ये दिल पल-पल
कर रहा तेरा इंतज़ार है !
पतझड़ बीत गया
आया मौसम बसंत बहार है
कली का भौरे से मिलन देख
मन में जगा प्यार का एक अहसास है
तू क्या जाने, क्या मेरा हाल है !
ये दिल पल-पल
कर रहा तेरा इंतज़ार है !
ये दिल तड़प रहा है
तुम्हारी याद में पल -पल जल रहा है
रुसवाई का तुम उपहार ना देना
मिल सको शीतल से
ये दुआ रब से करना
तू क्या जाने, क्या मेरा हाल है !
ये दिल पल-पल
कर रहा तेरा इंतज़ार है !
आज माहौल बड़ा शांत और उदास है
न तो तू और न तेरा साया मेरे साथ है
तू क्या जाने, क्या मेरा हाल है !
ये दिल पल-पल
कर रहा तेरा इंतज़ार है...!