यादें
यादें
जब तेरी आंखो से आंसू की बूंदे
टपकेगी अधर को चूमेंगी
जब भूली बिसरी यादें तुमसे
मेरे बारे में पूछेगीं
कहां गया वो अल्हड़ लड़का जो
जहां में तेरी दुनिया था
साथ में जब तुम होते थे तो
जैसे सागर संग नदियां था
तुम चांद सितारे व्योम में देखो
वो चांद तुम्हीं को कहता था
तुम मसरुफ़ रही इस दुनिया में
वो तेरी यादों संग रहता था
तो कुछ बोलोगी या मौन रहोगी
या चुपके से नयन भीग जाएंगे
तुम कैसे भी हमें बिसराना चाहो
पर याद तुम्हे हम आएंगे।।