वसुंधरा
वसुंधरा
पृथ्वी भी एक नार है,
उस पर कितना भार है।
बोय कृत्रिम बीज उत्पाद बढ़ाए,
उसको एक सृजन मशीन बनाए।
जमाए अपना हक सभी इस पर,
इसी को लागि युद्ध परस्पर।
लूट रहें हैं सभी इसको,
जिनके पास धन की भरमार है।
पृथ्वी भी एक नार है,
उस पर कितना भार है।