वर्तमान ही जीवन है
वर्तमान ही जीवन है
वर्तमान ही वर्धमान है
चल, चल चल,
खुदा के बन्दे
रुकना
तेरा काम नही है ..
जिसे, फँसना हो,
निस्तेज विकारों में
उस पर्चे में ,तेरा
नाम नही है...
तू, बना है,
इन विकारों से
लड़ने के लिये
इसलिये घबराना,
तेरा काम नही है..
चल चल चल
खुदा के बन्दे,
रुकना तेरा
काम नही है..
तू एक , कायर नही
जो इन
विकारों को अपनाएगा
तू तो वीर है
जो इनको कुचलकर,
आगे बढ़ जाएगा
डरना किसी से नही
क्योंकि ये सब
मात्र दिखावा होते है
अगर इनमें
जो फस जाए
वो जीवन भर रोते है
तेरे पास वक्त भी है, रक्त भी है
प्यार भी है, दुलार भी है
इच्छा भी है,लक्ष्य भी है
होश भी है
और जोश भी है.
कमी नही किसी बात कि
बस अब
एक प्रार्थना है तुझसे
अब प्रयत्न चाहिए
बस प्रयत्न चाहिए..
सन्कल्प भी है,आत्मबल भी है
प्रियदर्शन भी है, मार्गदर्शन भी है
गीत भी है, प्रीत भी है
प्रेम भी है,
और बहार भी है...
बस
एक गुज़ारिश है तुझसे
निरंतरता कि रीत चाहिए
बस
निरन्तरता कि रीत चाहिए
क्यों सोचता है
तू" भूत" को
कौनसी चिंता है?
भविष्य कि..
क्यों भूलता है प्यारे
अभी वर्तमान चल रहा है
अरे प्यारे
वर्तमान को सुधार
क्यों लेता है,भविष्य कि
चिंता उधार..
तू बीते हुए को याद कर,
करता पश्चाताप है
तू बीते हुये को याद कर
करता पशचाताप है
जो कि प्यारे,वर्तमान के साथ
महापाप है, महापाप है
तू न परवाह कर...
तू न चिंता कर...
तू न परवाह कर
तू न चिंता कर
अरे तेरा जीवन
बहुत महान है..
रखना बस याद
एक शिक्षा तू
कि
वर्तमान ही वर्धमान है
वर्तमान ही वर्धमान है ।