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V. Aaradhyaa

Classics Inspirational

4  

V. Aaradhyaa

Classics Inspirational

वो बिंदास लड़कियाँ

वो बिंदास लड़कियाँ

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4

बिंदास होकर हँसती हुई लड़कियाँ,

सबको बिलकुल अच्छी नहीं लगतीं !


लोग इनका हँसना सह नहीं पाते हैं,

और उसे जज करने लग जाते हैं !


लोगों की सोच के कपाट को बंद हैं,

तभी स्त्रियों की प्रगति की गति मंद है !


मनुष्य बनने के क्रम में जो पाषाण बने,

उनके लिए सक्षम स्त्रियां असामान्य लगें !


एक दिन विरासत में वर्जनाएं तोड़ देंगी,

वास्तविक समाज से खुद को जोड़ लेंगी !


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