वो बदल गया..
वो बदल गया..
बनकर तूफान वो जिन्दगी में आया तो डर गए हम
फिर ले गया मझधार और, छोड़ा तो डर गए हम
अचानक जो जिन्दगी रुक सी गयी थी हमारी
फिर उसे हँसते हुए पाया और, तो डर गए हम
आँखों में मेरी खुद को कभी देखा ही नहीं उसने
फिर जब बहुत पास आया और, डर गए हम
हमदर्दी की आदत तो उसे थी ही नहीं कभी
फिर भी जब मरहम लाया और, डर गए हम
आवाज दिया उसे कई बार की अब हाथ थाम लो
साथ था वो पर पास नहीं आया और, डर गए हम
सांसो की तरह दिल में जिसे छुपाकर रखा
फिर देखा जब उसे पराया और, डर गए हम
बेमोल बेवजह ही तो थे हम जो उसके लिए
फिर भी उसने बोली लगा दी और, डर गए हम।

