STORYMIRROR

Krishna Raj

Romance

3  

Krishna Raj

Romance

वो बदल गया..

वो बदल गया..

1 min
136

बनकर तूफान वो जिन्दगी में आया तो डर गए हम 

 फिर ले गया मझधार और, छोड़ा तो डर गए हम 

अचानक जो जिन्दगी रुक सी गयी थी हमारी 

 फिर उसे हँसते हुए पाया और, तो डर गए हम 

आँखों में मेरी खुद को कभी देखा ही नहीं उसने 

फिर जब बहुत पास आया और, डर गए हम 

 हमदर्दी की आदत तो उसे थी ही नहीं कभी 

 फिर भी जब मरहम लाया और, डर गए हम 

 आवाज दिया उसे कई बार की अब हाथ थाम लो 

साथ था वो पर पास नहीं आया और, डर गए हम 

सांसो की तरह दिल में जिसे छुपाकर रखा 

फिर देखा जब उसे पराया और, डर गए हम 

बेमोल बेवजह ही तो थे हम जो उसके लिए 

 फिर भी उसने बोली लगा दी और, डर गए हम 



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance